कुसमुंडा पहुंच मार्ग में जाम की समस्या खत्म नहीं हो रहा है। नवरात्र पर्व होने से मां सर्वमंगला के दर्शन करने आने वाले भक्तों की संख्या बढ़ जाने से मार्ग में यातायात का दबाव बढ़ गया है। एक बार जाम लगने पर तीन घंटे के पहले स्थिति में सुधार नहीं हो पा रहा है।
जर्जर कुसमुंडा मार्ग से आमजन व राहगीर पहले से ही त्रस्त हैं और अब भारी वाहनों के कारण मार्ग में जाम लगने से ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ रही है। इस मार्ग में कोयला भरे भारी वाहन भी बेलगाम दौड़ रहे हैं। वाहन को मार्ग में चालकों कहीं भी खड़ा कर दिया जाता है। इससे आवागमन बाधित होने लगता है और धीरे-धीरे यह जाम में तब्दील हो जाता है। इधर नवरात्र शुरू होने के साथ ही मां सर्वमंगला मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई है। पैदल व छोटे बड़े वाहन में भक्त मंदिर पहुंच रहे हैं, इसके साथ ही कोरबा शहर आने वाले राहगीर भी शामिल होने से मार्ग में यातायात का दबाव बढ़ गया है। यही वजह है कि पिछले तीन दिन से जाम की स्थिति निर्मित हो रही है और आमजनों को घंटों जाम में फंसना पड़ रहा है। ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी पुलिस, जिला प्रशासन तथा एसईसीएल के अफसरों को न हो, जानकारी होने के बावजूद सकारात्मक कदम नहीं उठाया जा रहा है। पुलिस प्रशासन ने पिछले माह जाम की स्थिति से निपटने जवान तैनात किए गए थे, पर स्थिति सामान्य होने पर हटा लिए। अब नवरात्र में पुनः जाम की स्थिति निर्मित हो रही है, तब जवान तैनात नहीं किए जा रहे हैं।
कुसमुंडा में पावर प्लांट के लिए सौ से भी ज्यादा वाहन रोज रवाना होते हैं। सभी वाहन तीन नंबर बेरियर थाना चौक कुसमुंडा से होते हुए बरमपुर होकर सर्वमंगला मंदिर पुल पर पहुंचते हैं। इन वाहनों को पहले खदान के चार नंबर बेरियर से निकल कर नहर मार्ग से कनबेरी होते हुए उरगा पहुंचने की अनुमति दी गई थी और उरगा से बरबसपुर होते हुए बाल्को पहुंच मार्ग निर्धारित किया गया था, पर अब ये वाहन अब कुसमुंडा इमलीछापर होकर चल रहे हैं। इससे मार्ग में भारी वाहनों की संख्या में इजाफा हो गया है। बताया जा रहा है कि इस मार्ग में जाम की स्थिति अभी एक सप्ताह तक लगातार बनी रहेगी। 11 अक्टूबर को बाल्को का डीओ खत्म होगा, तब स्थिति सामान्य होने की संभावना जताई जा रही है।