आदिवासियों को हिन्दू कहा जाता है किस प्रकार आदिवासी हिन्दू हैं इसे सिद्ध करें। हम प्रकृति के पुजारी हैं। भाजपा वाले धर्म के नामपर देश के साथ राज्य को बांटने का काम कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, चाईबासा : आदिवासियों को हिन्दू कहा जाता है, किस प्रकार आदिवासी हिन्दू हैं इसे सिद्ध करें। हम प्रकृति के पुजारी हैं। भाजपा वाले धर्म के नामपर देश के साथ राज्य को बांटने का काम कर रहे हैं। यह बातें पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा में आयोजित बदलाव यात्रा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री सह झामुमो केंद्रीय कार्यकारणी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने कही। उन्होंने कहा कि राज्य ऐसी स्थिति से गुजर रहा है कि राज्य में बदलाव जरूरी हो गया है। राज्य में अराजकता का माहौल ऐसा है कि बच्चा चोरी, हिन्दू-मुस्लिम, गोरक्षा के नामपर लोगों की हत्या की जा रही है है। इस हालत के लिए जिम्मेदार रघुवर सरकार है। झामुमो राजनीति कम जन आंदोलन ज्यादा करता है। झारखंड को अलग राज्य बनाने के लिए वीर शहीदों ने अपना खून बहा दिया।
राज्य अलग हुए 19 साल हो चुके हैं लेकिन हालत आप देख रहे हैं। हेमंत ने कहा कि 19 साल में भाजपा ने 15-16 साल तक शासन किया। भाजपा ने झारखंड को चारागाह बनाकर लूट का अड्डा बना दिया है। सीएनटी, एसपीटी, वनाधिकार से आदिवासियों को बेदखल किया जा रहा है।
राज्य में 40 लाख एकड़ आदिवासियों की भूमि को सरकार ने लैंड बैंक बनाकर अपने कब्जे में कर लिया है। जिसमें से पश्चिम सिंहभूम जिले की 3.75 लाख एकड़ जमीन लैंड बैंक में ली गई है। यह जमीन रघुवर सरकार ने व्यापारियों के लिए सुरक्षित रखा है। आदिवासियों से हक छीनकर गुजरात के व्यापारियों को बेचने की तैयारी है।
मुख्यमंत्री रघुवर दास गुजरात के वायसराय बन गए हैं, जिस प्रकार अंग्रेजों के जमाने में वायसराय लोगों से पैसा इकट्ठा कर अंग्रेजों को पहुंचाते थे, उसी प्रकार हमारे मुख्यमंत्री भी कर रहे हैं। सरकार गांव में स्कूल बंदकर शराब का ठेका खोल रही है। इससे राज्य का कितना विकास हुआ दिख रहा है। डिजिटल के नाम पर लोग अंगूठा लगा रहे हैं, जिनका अंगूठा काम नहीं किया वह भूखे रहता है। सारा अनाज छत्तीसगढ़ का चूहा आकर कुतर-कुतर कर खा रहा है। इस छत्तीसगढ़ के चूहे को झारखंड से इस बार भगाना होगा। इसी बदलाव के नारे के साथ हम आपके दरवाजे पर आए हैं, बाहरी व्यक्ति को हटाकर एक मजबूत सरकार झारखंडियों को बनाना चाहिए।