कोरबा । तीन तलाक कानून के बाद भी एक विवाहिता को उसके शौहर ने कोर्ट परिसर में ही तीन तलाक दे दिया। दस साल पहले पीड़िता ने दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया था। मामले का निराकरण हो जाने के बाद वह नकल निकलवाने कोर्ट पहुंची थी। इस दौरान उसके शौहर ने गाली-गलौच करते हुए विवाद किया और कहा कि अब तक हम अलग तो थे, पर आज मैं सबके सामने तुम्हें तलाक देता हूं।
मध्यप्रदेश के सतना में रहने वाली आशियां परवीन का निकाह दस साल पहले पथर्रीपारा में रहने वाले नियाज खान के साथ हुआ था। नियाज मदनपुर के सरकारी स्कूल में शिक्षक है। पीड़िता का कहना है कि शादी के बाद से ही मायके के दहेज कम लाने को लेकर ससुराल के लोग विवाद करते थे और उसे प्रताड़ित किया जा रहा था।
पानी सर से ऊपर होने पर उसने इसकी शिकायत पुलिस में की और उसके पति के खिलाफ 498 का मामला दर्ज कराया। लंबित सुनवाई के बाद मामले का निराकरण भी हो गया है।
महिला 26 अगस्त को 10:45 बजे कोरबा न्यायालय में स्थित नकल शाखा नकल निकलवाने पहुंची थी। वहां उपस्थित कर्मी ने उसे चार बजे तक नकल मिलने की बात कही। इसके बाद दफ्तर से बाहर निकलती कि उसका पति नियाज अंदर आ गया और उसके साथ विवाद करने लगा।
आशियां परवीन का कहना है कि उसने तीन बार तलाक- तलाक- तलाक कहा और चलता बना। उसका दावा है कि उसने घटना की शिकायत पुलिस से की है, लेकिन अब तक इस मामले की शिकायत नहीं की गई।
जिले में तीन तलाक का पहला मामला
केंद्र सरकार ने अभी हाल ही में संसद में तीन तलाक विधेयक पास किया है। इसके बाद जिले में इस तरह का यह मामला है। हालांकि यह मामला इसलिए कई लिहाज से अलग है क्योंकि दस साल पहले से ही दहेज प्रताड़ना का मामला न्यायालय में चल रहा था और उसका निराकरण भी हो चुका है। ऐसे में अब यह पूरा मामला विधिक चर्चा का बन गया है।