Home News खनिज विभाग को साल भर में देना होगा 22.24 अरब की कमाई…

खनिज विभाग को साल भर में देना होगा 22.24 अरब की कमाई…

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वित्तीय वर्ष 2019-20 में खनिज विभाग को कोयला सहित गौण खनिज से 22 अरब 24 करोड़ की कमाई कर के देना होगा। बीते वर्ष की अपेक्षा आय लक्ष्य में चार करोड़ इजापᆬा कर दिया गया है। विभाग को बीते वर्ष में 17 अरब 98 लाख का लक्ष्य दिया गया था, जिसके विरुद्ध वर्ष के अंतिम माह तक 20 अरब 71 करोड़ आय अर्जित किया था। अप्रैल से जुलाई तक विभाग ने छह अरब 91 करोड़ का आय अर्जित कर लिया है।

जारी वित्तीय वर्ष के लिए शासन ने जिला खनिज विभाग के लिए राजस्व आय लक्ष्य जारी कर दिया है। जिस तादाद में आय लक्ष्य में इजापᆬा किया गया है, उससे खदानों के खनन पर अब प्रभार बढ़ेगा। जिले में वर्तमान में 15 खदानों से कोयला का उत्पादन हो रहा है। खनिज आय का मुख्य स्त्रोत कोयला खदान ही है। इसके बाद गौण खनिज का भी आय में महत्वपूर्ण योगदान रहता है। बीते वर्ष 2018-19 के अंत तक गौण खनिज के प्रकरण दर्ज हुए थे। इससे 15 लाख 28 हजार रुपये पेनल्टी के तौर पर राजस्व आय में शामिल हुआ था। राजस्व आय में वृद्धि का असर जिला खनिज न्यास पर भी होगा। राशि की उपयोगिता जिस तादाद में प्रभावित क्षेत्र में किया जाना चाहिए था, वह नहीं हो पाया है। अब जबकि आय लक्ष्य सुनिश्चित हो गया है ऐसे में पूर्व में घोषित कार्यों को गति मिलेगी। गौण खनिज उत्खनन वाले ग्राम पंचायतों में विकास होगा। मामले में जिला खनिज अधिकारी ने बताया कि राजस्व आय में पिछले जुलाई माह तक बढ़त चार अरब थी, वह जारी वित्तीय वर्ष में छह अरब को पार कर गई है। बारिश का मौसम होने से उत्खनन प्रभावित है। बारिश की अपेक्षा शुष्क मौसम में खनन तेजी से होता है। सितंबर माह के बाद खनन और परिवहन में तेजी जाएगी, जिसका सीधा असर राजस्व आय पर होगा।

बुड़बुड़ ओवर बर्डन का काम पूर्ण

आय लक्ष्य में इजापᆬा का एक कारण बुड़बुड़ खदान से होने वाले कोयला उत्पादन के अनुमान को भी माना जा रहा है। खदान संचालन के लिए ओवर बर्डन यानी मिट्टी हटाने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उत्पादन भी वित्तीय वर्ष के भीतर शुरू हो जाएगा। इसके बाद जिले में कोयला उत्पादन खदानों की संख्या 15 से बढ़कर 16 हो जाएगी।

गौण खनिज की चोरी में बढ़ोतरी

गौण खनिज के चोरी के मामलों में खासी बढ़ोतरी हुई है। बीते वित्तीय वर्ष में 12 माह के भीतर 196 प्रकरण दर्ज किया गया था, जबकि जारी वर्ष में महज चार माह के भीतर 129 प्रकरण दर्ज किया जा चुका है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि बीते वर्ष की अपेक्षा प्रकरण अधिक दर्ज हुआ है। विभागीय अधिकारी की मानें तो प्रकरण में सबसे अधिक मामले रेत चोरी के हैं।

पᆬैक्ट पᆬाइल

0 वर्ष 2018-19 का आय लक्ष्य- 17 अरब 98 करोड़

0 प्राप्त आय- 20 अरब 71 करोड़

0 दर्ज प्रकरण- 129

0 पेनल्टी- 15 लाख 28 हजार

0 वर्ष 2019-20 का आय लक्ष्य- 22 अरब 24 करोड़

0 जुलाई तक दर्ज प्रकरण- 40

0 पेनल्टी – दो लाख 39 हजार

चार माह बाद खनिज का राजस्व आय लक्ष्य विभाग को प्राप्त हुआ है। बीते वर्ष की अपेक्षा चार करोड़ आय का इजापᆬा हुआ है। कोयले का उत्पादन और मांग रहा तो लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा।