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छत्तीसगढ़ : दंतेवाड़ा मिलिट्री दलम के लाल लड़ाके तैयार करता बुदरा

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पुलिस के समक्ष समर्पण करने वाले बुदरा उर्फ नरेश नक्सलियों के मिलिट्री दलम के लिए लाल लड़ाके तैयार करता था। जगरगुंडा के अलावा बीजापुर और अबूझमाड़ के जंगलों में भी वह नक्सलियों सदस्यों को हथियार चलाने सहित फोर्स पर हमला, हमले से बचने की तरीका बताता था। यह बात समर्पण के बाद नईदुनिया से चर्चा में बुदरा उर्फ नरेश ने बताई। उसने बताया कि वह 2007 में मिलिट्री प्लाटून के नंबर 24 में शामिल हुआ। तब ट्रेनिंग के बाद फ्रंट की लड़ाई में शामिल रहता था। कई संगीन वारदातों में शामिल रहा। 2010 में दरभा डिवीजन के सचिव सुरेंद्र ने उसे मिलिट्री प्लाटून नंबर 24 का डिप्टी कमांडर बनाया। इसके बाद उसकी जिम्मेदारी बढ़ने से और भी खतरनाक होकर कई संगीन वारदातों को अंजाम देने लगा था।

एंटी लैंड माइंस व्हीकल उड़ाया था

डिप्टी कमांडर बुदरा ने 2012 में ग्राम समेली बोडेपारा के पास एंबुश लगाकर सीआरपीएफ पर हमला और एंटी लैंड माइंस व्हीकल को विस्फोट से उड़ा दिया था। इसी साल किरंदुल के सीआईएसएफ चेकपोस्ट के पास अपने साथियों के साथ मिलकर हमला किया। जिसमें छह जवान और वाहन चालक शहीद हो गए थे। यहां से नरेश और उसके साथियों में 6 जवानों के एके 47, पहने जूते आदि लूट लिए थे। इसके अलावा ग्राम बड़ेबेडमा के मुंडरा सोरी तथा अन्य लोगों के घरों में लूटपाट, मारपीट की वारदात की थी। 2008 में सुकमा के मारोकी पहाड़ी पर मतदान दल पर फायरिंग किया था। वर्ष 2010 में ग्राम नकुलनार में बटालियन नंबर 01 के इंचार्ज एसजेडसी हिड़मा एवं कमांडर सीतू के साथ मिलकर कांग्रेसी नेता अवधेश गौतम के घर पर हमला किया था। इस वारदात में एक नक्सली मनोज और दो आम नागरिक मारे गए थे जबकि एक जवान शहीद हुआ था।

जंगल प्रेम किया तो हो गया डिमोशन

आत्मसमर्पण के बाद नरेश उर्फ बुदरा ने बताया कि जंगल में रहते उसका एक महिला नक्सली भीमे से प्रेम हो गया था। इसकी भनक संगठन में लगने के बाद लीडरों ने उसका डिमोशन कर दिया। कुछ दिनों की प्रताड़ना और निगरानी के बाद उसे सेक्शन कमांडर बनाकर ट्रेनिंग सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया। जहां वह लाल लड़ाके तैयार करने का काम कर रहा था। नरेश के मुताबिक नक्सली अपनी मौलिक विचारधारा से भटककर आम लोगों को परेशान कर रहे हैं। लूटपाट, निर्दोषों के साथ मारपीट, हत्या आदि कर रहे हैं।

दस हजार चेक सौंपा अधिकारियों ने

आत्मसमर्पण के बाद नरेश को अधिकारियों ने प्रोत्साहन स्वरूप 10 हजार रूपए चेक सौंपा। साथ ही समाज की मुख्यधारा में जुड़ने की बधाई दी। इस मौके पर सीआरपीएफ डीआईजी डी लाल, एसपी डॉ अभिषेक पल्लव, एएसपी सूरज सिंह परिहार, डीएसपी सुरेश लकड़ा, दिवांश राठौर आदि अधिकारी मौजूद थे।