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मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सक का मामला पहुंचा राज्यपाल व मुख्यमंत्री तक जानिए आगे का मामला..

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विशेष पिछड़ी जनजाति समाज के लोगों ने राजधानी रायपुर जाकर मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर में पदस्थ एक वरिष्ठ चिकित्सक के क्रियाकलाप की शिकायत राज्यपाल व मुख्यमंत्री से की है। पहाड़ी कोरवा, बैगा, अबुझमाड़िया, कमार, बिरहोर, भुंजिया जनजाति लोगों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विशेष पिछड़ी जनजाति समाज के अध्यक्ष उदय पंडो द्वारा किया गया। प्रतिनिधिमंडल में सूरजपुर, सरगुजा व बलरामपुर जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति समाज के लोग भी शामिल रहे। राज्यपाल व मुख्यमंत्री से मुलाकात कर लिखित ज्ञापन सौंप मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर में पदस्थ एक वरिष्ठ चिकित्सक द्वारा जनजाति समाज के लोगों से अवैध वसूली किए जाने की शिकायत की गई है। आरोप है कि रुपये के अभाव में जो लोग ईलाज नहीं करवा पाते हैं, ऐसे मरीजों को संबंधित चिकित्सकों द्वारा बाहर के अस्पतालों में रिफर करने की धमकी दी जाती है। कई बार ऐसी परिस्थिति बनी है कि गरीब मरीजों को जानबूझकर अस्पताल से घर भेज दिया गया है और दस्तावेजों में मरीज को खुद से घर ले जाने का उल्लेख किया गया है। वरिष्ठ चिकित्सक पर आरोप है कि उनकी मनमाना कार्यशैली से कई विशेष संरक्षित जनजाति के लोगों को जान तक गवांनी पड़ी है। राज्यपाल व मुख्यमंत्री को संबंधित चिकित्सक की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर सोशल मीडिया में वायरल वीडियो के संबंध में भी अवगत कराया गया है। प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों ने बताया कि मुख्यमंत्री व राज्यपाल से मुलाकात के दौरान विशेष संरक्षित जनजाति के लोगों को सामाजिक व आर्थिक रूप से मजबूत बनाने को लेकर भी कई विषयों पर चर्चा हुई। वन अधिकार पट्टा प्राप्त करने में आ रही बाधाओं के संबंध में भी अवगत कराया गया। राज्यपाल अनुसुइया उइके व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा शिकायतों की जांच और विशेष पिछड़ी जनजाति समाज के लोगों के आर्थिक उत्थान के लिए हर संभव मदद का भरोसा भी दिया। प्रतिनिधिमंडल में उदय कुमार पंडो, डा. सुखराम दोरपा, उप संरक्षक गाड़ाराय सोनी, धनीराम गड़मिया, भुनेश्वर राम, हरिराम, अर्जुन सिंह, मोहरलाल पंडो, जोगी राम, देवचंद राम पंडो, महेंद्र उसेंडी, करन सिंह, धरमू कोरवा, रामराज पंडो, पवन पंडो, दिनेश पंडो, भोला पंडो सहित समाज के अन्य लोग बड़ी संख्या में शामिल थे।