Home News स्कूल संचालन समिति और पूर्व विधायक आमने- सामने

स्कूल संचालन समिति और पूर्व विधायक आमने- सामने

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एजुकेशन सिटी जावंगा स्थित आस्था विद्या मंदिर की कथित अव्यवस्था का मामला अब राजनीतिक रूप लेता दिख रहा है। पिछले दिनों पूर्व विधायक देवती कर्मा ने स्कूल का निरीक्षण किया था। इसके बाद कांग्रेसियों के प्रेस नोट में बताया कि संस्था में अव्यवस्था के साथ बच्चों को कीड़े वाला भोजन परोसा जा रहा है। तब संस्था प्राचार्य संतोष प्रधान ने इसका खंडन करते कहा कि चावल की कई बार सफाई के बाद भोजन तैयार किया जाता है। इसी तरह अन्य अव्यवस्था का आरोप कांग्रेसियों ने लगाए थे।

मंगलवार शाम आस्था विद्या मंदिर संचालन समिति के अध्यक्ष बोमड़ाराम कवासी ने संस्था पर लगे आरोप और पूर्व विधायक के दौरे को राजनीतिक प्रेरित बताया। मीडिया के समक्ष खुले तौर पर देवती कर्मा पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी बहू को पहले हास्टल का अधीक्षक बनवाया और अब प्राचार्य को हटाने अनर्गल आरोप लगा रही हैं। बोमड़ाराम का कहना है कि जनहित की बात करने वालों को इतिहास भी देखना चाहिए। जब एजुकेशन सिटी की स्थापना हो रही थी, तब कोई सामने नहीं आया। आज सही मानिटरिंग और देखरेख से आस्था स्कूल ऊंचाइयों को छू रहा है। बोमड़ा राम ने कहा कि वे जीते जी एजुकेशन सिटी को राजनीतिक अखाड़ा बनाने नहीं देंगे। देवती कर्मा को चुनौती देते कहा कि वे चाहे तो एजुकेशन सिटी को जावंगा से उठाकर फरसपाल में स्थापित करवा लें। इसके बाद अपनी मनमर्जी से संचालन करें। मीडिया से चर्चा के दौरान एजुकेशन सिटी संचालन समिति से जुड़े सदस्य बुधराम वैको, सुकूल सोढी, लक्ष्मण बैको, आरती कवासी, मुन्ना मंडावी, सोनाराम मुड़ामी और नाहरूराम कवासी मौजूद थे।

शिक्षा को लेकर राजनीति नहीं : कर्मा

इधर बुधवार को देवती कर्मा ने भी इसका जवाब देने कांग्रेस भवन में एक प्रेस कांफ्रेस रखा और कहा कि कांग्रेस ने शिक्षा को लेकर कभी राजनीति नहीं की। आस्था किसी की व्यक्तिगत संस्था नहीं है। कर्मा ने बोमड़ा राम के कथन गलत काम करने पर जूते की माला पहनाकर विदा किया जाएगा पर आपत्ति की। श्रीमती कर्मा ने कहा कि एक शिक्षक को जूते की माला पहनाने का अधिकार कवासी को किसने दिया, यह समझ से परे है। उन्होंने आगे कहा कि एक जनप्रतिनिधि को पूरा अधिकार है कि वे किसी भी संस्था का निरीक्षण कर सकते हैं। बोमड़ा के अनर्गल बयानबाजी से लगता है कि उन पर दबाव डालकर बयान दिलवाया जा रहा है। देवती कर्मा ने आगे कहा कि एजुकेशन हब में बोमड़ा राम का योगदान सराहनीय है, लेकिन इतने संवेदनशील मुद्दे को लेकर इस तरह की बयानबाजी उनकी छोटी सोच को दर्शाता है। इस दौरान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विमल सुराना, सुलोचना वटी, दीपक कर्मा समेत अन्य कांग्रेसी मौजूद थे।