शहर के हिरणमगरी थाना क्षेत्र में की सेक्टर -4 शाखा में फर्जी लाईसेंस के 12 बोर की बंदूक के साथ सिक्यूरिटी गार्ड की ड्यूटी करने वाले आरोपी को आज जांच के बाद अदालत ने न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया. वहीं फर्जी लाईसेंस बनाने वाले आरोपी को भी नामजद कर उसकी तलाश शुरू कर दी. फर्जी लाईसेंस तैयार करने वाले आरोपी ने सिक्यूरिटी गार्ड से पहली बार में डेढ़ लाख और रिनिवल के 20 हजार रूपए वसूले थे.
हिरणमगरी थानाधिकारी डॉ . हनुवंत सिंह राजपुरोहित ने बताया कि मामले की जांच कर रहे एएसआई हमेरलाल ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में फर्जी लाईसेंस के जरिये सिक्यूरिटी गार्ड की ड्यूटी करने वाले सेमलखेड़ा बड़ीसादड़ी हाल उत्तरी सुंदरवास प्रतापनगर निवासी गोपाल सिंह पुत्र राम सिंह राठौड़ को गिरफ्तार किया. उसके कब्जे से फर्जी दीनापुर नागालैंड से तैयार कराया गया फर्जी लाईसेंस व 6 कारतूस बरामद किए. जब्त कारतूस में से चार कारतूस एक नम्बर के व दो कारतूस दो नम्बर से लेना सामने आया है. रिमांड अवधि के दौरान आरोपी गोपाल सिंह से पूछताछ की तो उसने बताया कि वर्ष 2013 में टीबीजेड में गार्ड की नौकरी करता था तो उसकी जयपुर निवासी देवकरण गुर्जर से फोन पर वार्ता हुई और उसके द्वारा मुझे कहा कि गार्ड की नौकरी करते हो इसमें रूपए कम मिलते हैं तुम्हें हथियार लाईसेंस दिला देता हूं जिससे तुम्हारी तनख्वाह अच्छी हो जाएगी.
देवकरण गुर्जर ने ही मुझे वर्ष 2014 में लाईसेंस तथा हथियार क्रय करने का परमिशन बनाकर दी और मेरे से लाईसेंस पेटे डेढ़ लाख रूपए लिए थे. मैंने कुछ रूपए उसके आईसीआईसीआई बैंक के खाते में डाले थे और शेष राशि नकद दी थी. देवकरण गुर्जर ने मुझे जयपुर बुला कर शिकार होटल दुकान संख्या 38 रामगंज बाजार जयपुर से 12 मार्च 2014 को एसबीबीएल 12 बोर की गन 7890 रूपए में दिलाई और मैं नागालैंड कभी नहीं गया और न ही हथियार में अंकित नागालैंड के पते पर रहा है. आरोपी ने वर्ष 2018 में साथी अभियुक्त देवकरण के साथ मिलकर उक्त हथियार रिनिवल करवा दिया. इस पेटे देवकरण ने 20 हजार रूपए और लिए. अभियुक्त गोपाल अपने जीवन काल में कभी भी दीमापुर नागालैंड का निवासी रहे बिना ही फर्जी पते देकर उक्त हथियार प्राप्त कर लिया. आरोपी से जांच पूर्ण कर आज अदालत में पेश किया जहां उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया.