नक्सल प्रभावित जिले में सरकार की योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने कलेक्टर पीएस एल्मा ने आमचो कलेक्टर, आमचो गांव की अभिनव पहल की है। मैदानी अमले की कुंडली तैयार कर सरकार की योजनाओं का लाभ लेने वाले हितग्राहियों की सूची लेकर कलेक्टर द्वारा गांव में चौपाल लगाकर मैदानी अमला का रिपोर्ट कार्ड ग्रामीणों से पूछा जा रहा है। सरकार की योजना धरातल पर कितनी उतर रही है इसकी पड़ताल की जा रही है। हरेली पर इस अभियान की शुरुआत बस्तर सांसद दीपक बैज और विधायक चंदन कश्यप ने की। शुक्रवार को एड़का गांव में चौपाल लगाकर कलेक्टर ने जिला पंचायत के माध्यम से कराए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें पंचायत सचिव के द्वारा मजदूरी भुगतान नहीं की जा रही है जिस पर कलेक्टर ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया।
एल्मा ने ग्रामीणों से गांव में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यो की जानकारी ली। उन्होंने पेयजल, विद्युत व्यवस्था, आंगनबाड़ी, स्कूल, स्वास्थ्य आदि के साथ कर्मचारियों की नियमित उपस्थित के बारे में पूछा। उन्होंने जमीन बंटवारे, नामान्तरण, नकल, नक्शा खसरा आदि में आ रही परेशानियों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिन किसानों के नाम से जमीन है और उनका निधन हो गया है, ऐसे किसान के परिवार नामांतरण कराकर आपसी सहमति से बंटवारा के लिए आवेदन दे सकते हैं। अगर जमीन उनके नाम से होगी तो खेती-किसानी के लिए ऋण, धान आदि बेचने में आसानी होगी। एल्मा ने खेती के साथ बाड़ी लगाने पर जोर दिया। पशुपालन और मत्स्य पालन कर आर्थिक स्थिति मजबूत करने कहा। कलेक्टर ने ग्रामीणों से राशनकार्ड नवीनीकरण, आधार कार्ड बनने की भी जानकारी ली। राशन सामग्री नियमित मिलने की बात भी पूछी। इस दौरान महिला बाल विकास, उद्यानिकी, स्वास्थ्य, आदिम जाति, शिक्षा, कृषि पशु चिकित्सा मत्स्य पालन एवं कौशल विकास आदि विभागों की विस्तार से जानकारी दी गई। सीइओ अमृत विकास तोपनो, एसडीएम भूपेन्द्र साहू सहित अधिकारी-कर्मचारी, सरपंच और सचिव उपस्थित रहे।