असम में बाढ़ का कहर जारी है। यहां बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। राज्य में सोमवार को बाढ़ से चार और लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही मृतकों का आंकड़ा 88 पहुंच गया है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन अधिकरण (एएसडीएमए) ने बताया कि वैसे तो रविवार से अब तक प्रभावित 17 जिलों में पानी घटा है और जलस्तर में सुधार हुआ है। बाड़पेटा में दो लोगों की मौत हुई जबकि कोकराझार और धुबरी में एक-एक व्यक्तियों की मौत हुई।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार धेमाजी, सोनितपुर, दर्रांग, बक्सा, नलबाड़ी, चिरांग, बोंगाईगांव, कोकराझार, धुबरी, ग्वालपाड़ा, कामरूप, कामरूप (एम),मोरीगांव, नगांव, गोलाघाट, जोरहाट और कछार बाढ़ प्रभावित जिले हैं।

एएसडीएमए के मुताबिक 17 जिलों में 1,348 गांव अब भी पानी में डूबे हुए हैं। राज्य के 522 राहत शिविरों में 50,470 लोग रह रहे हैं जबकि 28 राहत वितरण केंद्र राज्य में चल रहे हैं।
पिछले एक-दो दिनों के दौरान किसी भी नये इलाके में बाढ़ का पानी नहीं घुसा है तथा जहां पहले जलजमाव था वहां पानी का स्तर अब घट रहा है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सूत्रों ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित जिलों की संख्या घटकर 16 रह गयी है जबकि 12 लाख से अधिक आबादी अभी भी बाढ़ से प्रभावित है।
पूरे राज्य में बनाये गये 322 राहत शिविरों में 14 हजार से अधिक लोग अब भी शरण लिये हुए हैं। राज्य में जोरहाट के नीमतीघाट और धुबरी में, घनसिरी नुमालीगढ़, जीया भराली सोनितपुर के एन टी रोड तथा करीमगंज के कुसिआरा में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।