छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली बंद के पहले दिन नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है. यहां 6 स्थायी वारंटी समेत 14 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है. नक्सलियों ने थाना फुलपगड़ी में सरेंडर किया है. नक्सलियों को एसडीओपी प्रतीक चतुर्वेदी और थाना प्रभारी सूरेन्द्र पोमभोई के समक्ष सरेंडर किया. अधिकारियों ने बताया कि सभी नक्सली कई सालों से नक्सल संगठन में शामिल थे. अब सरेंडर के बाद इन्हें शासन की योजनाओं का लाभ दिया जाएगा. नक्सलियों ने थाना फुलपगड़ी में सरेंडर किया. शनिवार को ही नक्सल ऑपरेशन के डीआईजी सुंदरराज पी ने बताया कि प्रदेश में नक्सली अपने साथियों की मौत को लेकर शहीदी सप्ताह मानने की तैयारी में हैं. हर साल की तरह इस साल भी नक्सली अपने साथियों को श्रृद्धांजलि देने के लिए 28 जुलाई से 3 अगस्त तक जुटेंगे.
दरअसल पुलिस और नक्सलियों की तीन साल की मुठभेड़ की बात करे तो 450 से ज्यादा नक्सलियों को पुलिस ने मार गिराया हैं. और इस बार नक्सलियों के शहीदी सप्ताह के दौरान सुरक्षा बल के जवान पूरी तरह से तैनात रहने की नई रणनीति बनाई. नक्सलियों के इस शहीदी सप्ताह पर सुरक्षा बलों की कड़ी नजर बनी हुई हैं.
बता दें, नक्सली शहीदी सप्ताह के दौरान गांव-गांव में अपने मारे गए साथियों के बारे में गांववालों को पूरी कहानी बताते हैं. इसलिए इस बार सुरक्षा बलों के जवानों नक्सलियों के इस तरह के अभियान को मुंहतोड़ जवाब देने की पूरी तैयारी हैं.