झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र में एक अजीबो-गरीब मामले को लेकर हंगामा हुआ. सदन की कार्यवाही के शुक्रवार को पांचवें दिन भी विभिन्न मुद्दों और मांगों पर हंगामा हुआ. मुख्य विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा के बाहर अनोखे अंदाज में प्रदर्शन किया. सरकार के अलग-अलग विभागों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. नगर विकास मंत्री सीपी सिंह एक बार फिर विपक्ष के आरोपों पर बिफर पड़े. उन्होंने विपक्ष को सबूत के साथ उचित फोरम पर शिकायत करने की सलाह दी.
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बहरागोडा से झामुमो के विधायक कुणाल सारंगी ने सदन में एक डॉक्टर की गंभीर लापरवाही का एक मामला उठाया. उन्होंने घाटशिला अनुमंडल अस्पताल में तैनात डॉक्टर अशरफ बदर की कारगुजारी को उन्होंने सदन में रखा.
डॉक्टर अशरफ के पास जब एक महिला पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंची तो डॉक्टर अशरफ ने दवा की पर्ची यानी प्रिसक्रिप्शन पर कंडोम के उपयोग करने की चिकित्सीय सलाह लिख दी. विधायक कुणाल ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री रघुवर दास और स्वास्थ्य मंत्री से भी की है. उन्होंने ऐसे लापरवाह डॉक्टर को बर्खास्त करने की मांग की है. महिला अस्पताल की चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी है.
महिला का कहना है कि वह पेट दर्द से परेशान थी और 23 जुलाई को डॉक्टर अशरफ बदर के पास पहुंची. उसने डॉक्टर से पेट में गैस होने जाने की वजह से दर्द होने की शिकायत की. इसके बाद डॉक्टर ने पर्ची लिख दी. जब वह दवा लेने दुकान पर पहुंची तो उसे पता चला कि उसमें कंडोम लिखा हुआ है. घटना के बाद उस महिला कर्मचारी ने अस्पताल प्रबंधन से शिकायत की है.
इस मामले को लेकर अस्पताल के कर्मचारियों में आक्रोश है. विधानसभा में इस मामले के उठने के बाद इसे और तूल पकड़ने की आशंका है. वहीं, इस मामले के तूल पकड़ने पर घाटशिला अनुमंडल अस्पताल के सर्जन डॉक्टर अशरफ बदर ने कहा कि मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है. हो सकता है कि महिला का बेटा व बहू आई होगी और मैंने उनके लिए पर्ची पर कंडोम लिख दिया होगा.