मॉनसून के दौरान कड़कती आकाशीय बिजली बिहार और झारखंड में कहर बनकर टूटी है. दोनों राज्यों में बिजली गिरने से दो दिन के अंदर 51 लोगों की मौत का आंकड़ा सामने आया है. इसके साथ ही नौ लोग घायल हो गए हैं. पुलिस के मुताबिक जहां बिहार के एक दर्जन जिलों में 39 लोगों की मौत हुई है. वहीं झारखंड के चार जिलों में 12 लोगों की जान गई है.
राज्य आपदा प्रबंध विभाग (SDRF) बिहार के अनुसार जमुई में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं. यहां आकाशीय बिजली की चपेट में आने से आठ लोगों की मौत हुई. वहीं औरंगाबाद में सात, भागलपुर, बांका और पूर्वी चंपारण में चार-चार लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे. रोहतास में तीन, नवादा, नालंदा और कटिहार में दो-दो लोग मौत के मुंह में समा गए. मुंगेर, अरवल और गया में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है.
वहीं भागलपुर में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से तीन लोग घायल हुए हैं. वहीं जमुई और बांका में एक-एक व्यक्ति घायल हुआ है.
झारखंड के जामताड़ा में सबसे ज्यादा मौतें
झारखंड राज्य में हुई 12 मौतों में से सबसे ज्यादा मौतें जामतारा में हुई हैं. यहां पांच लोगों की मौत हुई है जबकि एक व्यक्ति घायल हुआ है. जानकारी के मुताबिक सभी लोग तालाब में नहाने के बाद लौट रहे थे. तभी बारिश शुरू हो गई. इस दौरान वे सभी सड़क किनारे बने पुल के नीचे खड़े हो गए. तभी उन पर आकाशीय बिजली गिरी.
वहीं रामगढ़ जिले में दो लोग आकाशीय बिजली का शिकार बन गए. चिकूर गांव में एक पेड़ के नीचे खड़े होकर क्रिकेट मैच देखने के दौरान उन सभी बिजली का प्रकोप हुआ.
राज्य सरकार देगी मुआवजा
इस मामले में बिहार सरकार का कहना है कि मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार की नीति के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा. जबकि घायलों का इलाज कराया जाएगा.