असम में बाढ़ का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है।

राज्य बाढ़ की वजह से पांच और लोगों की मौत हो गई।

इसके साथ ही रविवार को इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 64 हो गई है।

राज्य के कुछ क्षेत्रों में पानी का स्तर कम हुआ है फिर भी राज्य के 33 जिलों में से 18 अभी जलमग्न है और इससे 38.37 लाख प्रभावित है।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार बाढ़ से मोरीगांव जिले में दो लोगों की और धेमाजी, गोआलपारा और कामरूप जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत होने की खबर है।

प्राधिकरण के बुलेटिन में कहा गया है कि 2,669 गांव, 1.35 लाख हेक्टेयर फसल भूमि और गोलाघाट जिले में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का एक हिस्सा जलमग्न है।

इसमें कहा गया है कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में भी 141 जानवरों की बाढ़ के कारण मौत हो चुकी है।

बुलेटिन के अनुसार ब्रह्मपुत्र नदी जोरहाट जिले के नेमाटीघाट और धुबरी जिले में खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है।

जिला प्रशासनों द्वारा बनाये गये 829 राहत शिविरों और राहत वितरण केन्द्रों में 1,15,389 से अधिक विस्थापित लोग हैं।




