Home News हजारीबाग में फर्जी दस्तावेज के आधार पर बेच दी 500 एकड़ वनभूमि

हजारीबाग में फर्जी दस्तावेज के आधार पर बेच दी 500 एकड़ वनभूमि

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हजारीबाग जिले के 9 प्रखंडों में फर्जी दस्तावेज के आधार पर करोड़ों रुपए की 500 एकड़ से अधिक वन भूमि को बेचने का मामला सामने आया है. इसमें 600 लोग शामिल बताए जा रहे हैं. इस मामले के सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए रजिस्ट्री रद्द करने का आदेश दिया है. इस मामले में 500 से अधिक लोगों को नोटिस भी भेजा गया है.

राज्य सरकार के आदेश पर जिले के उपायुक्त ने इस मामले की जांच कराई थी. वन विभाग से वनभूमि का ब्योरा लिया गया. उसके बाद खरीद-बिक्री से संबंधित आंकड़ें से मिलान कराया गया. इसमें यह पाया गया कि साल 2008 से 2013 के दौरान जिले के 9 प्रखंडों में 500 एकड़ से अधिक वनभूमि की खरीद- बिक्री कर ली गई. ज्यादातर खरीद-बिक्री सादा हुक्मनामा के आधार पर भूमि का मालिकाना हक दिखाकर की गई. जमीन बेचने वालों की ओर से हुक्मनामा के जरिये यह दावा किया गया कि जमींदारों ने यह जमीन उनके पूर्वजों को दी थी.

फर्जी तरीके से खरीदी गई जमीन पर लिया बैंक लोन
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि 9 प्रखंडों में 1600 से अधिक सेल डीड के सहारे जंगल की जमीन की खरीद-बिक्री हुई है. वनभूमि खरीदने के बाद कुछ लोगों ने इस पर बैंक लोन भी ले लिया है. जिले के 16 में से 9 प्रखंड, बड़कागांव, विष्णुगढ़, चौपारण, दारू, हजारीबाग सदर, इचाक, कटकमदाग, कटकमसांडी और केरेडारी प्रखंड में वनभूमि बेचने का ये खेल हुआ है.