छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बस्तर को तवज्जो देते हुए आदिवासी विधायक मोहन मरकाम के हाथ में पार्टी की कमान सौंपी और उन्हे पीसीसी अध्यक्ष नियुक्त किया. मालूम हो कि आने वाले दिनों में बस्तर में दो उपचुनाव होने वाले है. दोनों उपचुनाव को नए पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम अपने लिए एक अग्नि परीक्षा मानते है. बता दें कि बस्तर के चित्रकोट विधानसभा के विधायक दीपक बैज के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने और दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी की नक्सलियों द्वारा हत्या किए जाने के बाद दो सीट रिक्त हो गई है. इन रिक्त हुई सीटों पर आने वाले दिनों में उपचुनाव होने वाले है.
उपचुनाव की तैयारी में कांग्रेस:
कांग्रेस अब बस्तर में होने वाले उपचुनाव के लिए तैयारी कर रही है. लेकिन कहीं न कहीं बस्तर की जीत की जिम्मेदारी नए पीसीसी अध्यक्ष की ही होगी. पीसीसी नियुक्त होने के बाद पहली बार अपने क्षेत्र पहुंचे मोहन मरकाम ने कहा कि उपचुनाव बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और एक चुनौती भी. चुनौती को चुनौती की तरह स्वीकार कर जीत दर्ज करेंगे.
पीसीसी चीफ ने कही ये बात
विधानसभा चुनाव में दंतेवाड़ा की जनता ने भाजपा का साथ देते हुए स्वर्गीय भीमा मंडावी पर विश्वास की मुहर लगाई थी. पर लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान माओवादी हमले में विधायक भीमा मंडावी की जान चली गई. उनके निधन के बाद अब उपचुनाव होना है. इस घटना के बाद से ही क्षेत्र की जनता की सहानुभूति भीमा मंडावी के परिवार के साथ है. इस सवाल पर पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि हमारे नेता स्वर्गीय महेंद्र करमा भी इसी क्षेत्र से आते है. तो कहीं न कहीं उस क्षेत्र के लोगों की सहानुभूति हमारे साथ भी है. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है तो हमारी जीत होगी ऐसा लगता है.