
वाणिज्य कर (आबकारी) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा ने आज सुराजी गांव योजना के तहत जिले के सुकमा के गांव केरलापाल और गोंगला में निर्मित गोठानों का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा है कि राज्य शासन की नरवा, गुरूवा, घुरवा और बाड़ी योजना देश में अपनी तरह की अनूठी योजना हैं, जो देश के अन्य राज्यों के लिए आदर्श एवं अनुकरणीय है।

श्री लखमा ने कहा कि गांव की समृद्धि के लिए सुराजी गांव योजना संचालित की जा रही है। योजना के तहत बनने वाले गोठानों में गौवंशीय पशुओं के लिए डे-केयर की व्यवस्था के साथ ही पशुओं को चारा, पानी, पशुओं को बीमारी का इलाज का इंतजाम होगा। गोठानों के निकट ही बायोगैस संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा गोबर का जैविक खाद प्राप्त होगा, जिससे कृषि पैदावार बढ़ेगी और गांवों के लोगों की आमदनी में वृद्धि होगी। गाय गोठानों का संचालन गांव के लोगों की समिति द्वारा और स्व-सहायता समूहों द्वारा किया जाएगा।
श्री लखमा ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में कार्य कर रही हैं किसानों के सभी अल्पकालीन कृषि ऋण माफ कर दिए गए हैं और धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपए प्रति क्विंटल किया गया हैं, वहीं पर तेन्दूपत्ता संग्राहकों को फायदा पहुंचाने के लिए तेन्दूपत्ता का प्रति मानक बोरा मूल्य चार हजार रुपए किया गया है। सरकार ने बस्तर के लोहण्डीगुड़ा के किसानों को उनकी जमीन वापस दिलाई है। इस अवसर पर जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री हरीश कवासी कलेक्टर श्री चन्दन कुमार सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।