देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम मंत्रियों को शपथ ग्रहण 30 मई को राष्ट्रपति भवन में हुआ. इस शपथ ग्रहण समारोह में नहीं बुलाए जाने पर छत्तीसगढ़ में नक्सल हिंसा में मारे गए बीजेपी के दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी ने नाराजगी जताई है. उन्होंने मीडिया से कहा कि समारोह में नहीं बुलाए जाने पर खुद को उपेक्षित महसूस कर रही हूं. ओजस्वी पश्चिम बंगाल के दिवंगत कार्यकर्ताओं के परिवारों को बुलाए जाने को लेकर अपनी बात कह रही थीं.
दंतेवाड़ा मीडिया से चर्चा में ओजस्वी मंडावी ने कहा कि उनके पति भी भाजपा के कार्यकर्ता थे. आज भी उनका परिवार पार्टी के लिए समर्पित है. ओजस्वी के पति और दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी की लोकसभा चुनाव के मतदान से दो दिन पूर्व 9 अप्रैल को नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर हत्या कर दी थी. इसके बाद भी उन्हें नहीं बुलाया गया.
भीमा मंडावी की पत्नी के इस बयान पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि किसे बुलाना चाहिए था और किसे नहीं. इस पर मैं बहुत कुछ नहीं बोलना चाहता हूं, लेकिन इतना जरूर कहना चाहता हूं कि 23 मई को चुनाव परिणाम आ चुके थे. तीस मई को शपथ ग्रहण था. ऐसे में भाजपा के पास भीमा मंडावी के परिवार वालों को बुलाने वालों के लिए काफी समय था. बघेल ने कहा कि बुलाना तो उन परिवार के लोगों को भी था जिनके परिवार के वीर सपूतों ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहादत पायी थी.