मशहूर लेखिका अरुंधती रॉय की बस्तर के हालात पर लिखी गई किताब ‘वॉकिंग विथ दि कॉमरेड्स’ की जांच शुरू कर दी गई है. पुस्तक में छपे कुछ शब्दों और लेखों पर आपत्ति जताई गई है. बता दें, इस पुस्तर को लेकर राजेश शिसोदिया नामक व्यक्ति ने तीन साल पहले बस्तर के तत्कालीन आईजी और एसपी से शिकायत की थी. इस मामले में पुलिस ने दोबारा से जांच की शुरूआत की है और शिकायत करने वाले व्यक्ति राजेश शिसोदिया को बयान के लिए नोटिस जारी कर बुलाया है. राजेश ने शिकायत की थी कि पुस्तक में कई ऐसे वाक्य लिखे गए है जिनसे प्रतीत होता है की यह बातें देशद्रोह जैसी है. अब पुलिस ने पुस्तक को लोक अभियोजक और सरकारी वक़ील के पास अध्ययन के लिए भेजा है. गौरतलब हो कि इस पुस्तक अरुंधती रॉय ने अपने बस्तर दौरे पर लिखा था.

Arundhati Roy’s book “Walking with the Comrades”
दरअसल, लेखिका के खिलाफ पुस्तक में सुरक्षा बलों के खिलाफ लेखों को लेकर शिकायत की गई थी. मई 2011 में पब्लिश हुई अरुंधति रॉय की ‘वॉकिंग विद कॉमरेड’ के खिलाफ जगदलपुर निवासी राजेश शिसोदिया ने साल 2016 में सत्याग्रह शुरू कर दिया. जगदलपुर एसपी से सुरक्षाबलों के खिलाफ इस्तेमाल की गई टिप्पणी पर एक्शन लेते हुए अरुंधती रॉय की गिरफ्तारी की मांग तक की थी. राजेश शिसोदिया ने आरोप लगाया था कि इस किताब में नक्सलवाद को महिमा मंडित किया गया है और सुरक्षा बलों पर अभद्र टिप्पणी की गई है.