टीपीसी का मारा गया सबजोनल कमांडर जगेश्वर गंझू उर्फ जग्गू पहले सीसीएल में लोहा, तांबा और डीजल की चोरी करता था। 2-3 बार उसने ऐसे जगह चोरी की जहां पर उसके पिताजी नौकरी करते थे। यहां से उसने डीजल के अलावा लोहा और तांबा की चोरी की थी। जगेश्वर के पिता तिलक गंझू आज भी सीसीएल की उरीमारी परियोजना में नौकरी करते हैं। जगेश्वर के आदतों से लाचार तिलक गंझू ने थाने में लिखकर दे दिया था कि उसको उसके बेटे से कोई नाता नहीं है।
यह वाकया करीब 10-12 वर्ष पूर्व का है। धीरे-धीरे जगेश्वर टीपीसी के संपर्क में आया और आतंक मचाते हुए सबजोनल कमांडर के पद पर पहुंच गया। जगेश्वर उरीमारी कोयलांचल से काफी बढ़िया से वाकिफ था। मसलन किस जगह से क्या आमदनी का स्रोत है, कहां से कितना पैसा आ सकता है। जगेश्वर की इसी वसूली में दक्षता और लड़ाकू होने के कारण संगठन में उसका कद बढ़ता गया। जगेश्वर पहले टीपीसी के राजन जी के संपर्क में आया और संगठन से जुड़कर पहले लेवी उठाने का काम करता था और उरीमारी कोयलांचल में टीपीसी की पकड़ मजबूत करने में अहम रोल निभाया। इन्हीं कार्यों के बदौलत उसकी पैठ टीपीसी में बढ़ती गई।
मोबाइल डिटेल्स खोलेगा कई राज
जगेश्वर गंझू का मोबाइल पुलिस के हाथ लगा है। इस नंबर का डिटेल्स निकलवाया जा रहा है। मोबाइल पुलिस के सामने कई राज खोलेगा। मसलन किस किस नंबर पर जगेश्वर ने बात की है। कहां कहां से कॉल उसके नंबर पर आए हैं। इन कड़ियों को जोड़कर पुलिस वैसे लोगों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है, जो जगेश्वर को आर्थिक रूप से समृद्ध बना रहे थे। उसे लेवी का भुगतान करते थे। वैसे सभी लोगों की सांसे अटैक गई है, जो जगेश्वर के संपर्क में रहते थे और लेवी का भुगतान करते थे।
जांच में जुटी है हजारीबाग और चतरा की पुलिस
जगेश्वर गंझू की कुंडली खंगालने में हजारीबाग और चतरा जिला की पुलिस जुटी हुई है। मसलन किस थेन में कितना केस जगेश्वर पर है, किन किन लोगों के संपर्क में था, किस किस वारदातों को अंजाम दिया है। टीपीसी का दस्त केरेडारी क्षेत्र में इकट्ठा होकर किस वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।