बस्तर सहित पूरे मध्यभारत में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से साइकिल यात्रा शुरू की जा रही है. साइकिल यात्रा 22 फरवरी को जगदलपुर से शुरू होगी, जो 28 फरवरी को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचेगी. इसके बाद 1 व 2 मार्च को बस्तर डायलॉग के तहत एक बैठक आयोजित की जाएगी. इसमें नक्सल हिंसा का दंश झेल रहे बस्तर में शांति स्थापित करने पर विचार विमर्श होगा. साइकिल यात्रा की तैयारी शुरू कर दी गई है.
बस्तर से निकलने वाली इस यात्रा का नक्सलियों ने विरोध किया है. नक्सलियों ने बैनर व पर्चे फेंककर साइकिल यात्रा का विरोध करने की मांग की है. नक्सलियों के कथित पर्चे में लिखा है कि साइकिल यात्रा से बस्तर में शांति स्थापित नहीं होगी. हालांकि साइकिल यात्रा का नेतृत्व करने वाले सुभ्रांशु चौधरी का कहना है कि बस्तर में शांति लाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. साइकिल यात्रा भी उसी का हिस्सा है.
सुभ्रांशु चौधरी ने बताया कि 2 अक्टूबर 2018 को आंध्रप्रदेश से जगदलपुर तक पद यात्रा निकाली गई थी. इसमें सैंकड़ों की संख्या में आदिवासी भी शामिल हुए थे. साइकिल यात्रा उसी की दूसरी कड़ी है. साइकिल यात्रा के बाद 1 व 2 मार्च को होने वाली बैठक में सरकार से पूर्व मुख्य सचिव निर्मला बुच की अध्यक्षता में बनी समिति के कार्यों को लेकर चर्चा की जाएगी. जेलों में बंद आदिवासियों की रिहाई को लेकर बनी इस कमेटी के सुझाव पर अमल पर भी चर्चा होगी.