बीजापुर जिले में स्थित भैरमगढ़ ब्लॉक के माड़ क्षेत्र में कुछ दिन पूर्व पुलिस नक्सली मुठभेड़ में पुलिस ने 10 नक्सलियों को मारने का दावा किया था वही कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताया था. क्षेत्रीय ग्रामीणों ने भी इस एनकाउंटर को फर्जी बताया कहा कि नक्सलियों ने कैंप लगाकर ग्रामीणों को बुलाकर वहां खेलकूद एवं शिक्षा का प्रशिक्षण दे रहे थे,, उस बीच पुलिस वालों ने फायरिंग चालू कर दिए जिसे देख नक्सली अपना सामान छोड़ वहां से भाग गए थे.. परंतु इस बीच वहां 10 ग्रामीण गोलाबारी के बीच में फस गए जिसमें एक स्कूली छात्रा भी थी.. जिसके बाद पुलिस ने मृत ग्रामीणों को नक्सली वर्दी पहनाकर जिला मुख्यालय लेकर चले गए थे,, इसी मामले के बाद ही नक्सलियो ने दंतेवाड़ा जिले के कमालूर रेलवे स्टेशन में बैनर पोस्टर फेंका..नक्सलियों ने नवगठित छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर लगाया दमनकारी नीतियों को जारी रखने का आरोप। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री राजनाथ सिंह को सजा देने की बात भी पोस्टरों में लिखी है। कहां की राज्य और केंद्र सरकार माओवादी उन्मूलन के नाम पर आदिवासियों की हत्या कर रही है। भैरमगढ़ एरिया कमिटी ने फेका पर्चा।