जिला कौशल विकास प्राधिकरण अन्तर्गत क्षेत्र के युवाओ को स्वालंबन एंव आत्मनिर्भर बनाने की दिशा मे उल्लेखनीय कार्य किये जा रहे है इस क्रम मे दिनांक 31 जनवरी को कलेक्ट्रेट के सभा कक्ष मे जिला कलेक्टर नीलकण्ठ टीकाम ने वर्ष 2018-19 मे संचालित विभिन्न ट्रेड मे प्रशिक्षित युवाओ से रूबरू हुए उन्होने कहा कि वर्तमान समय को देखते हुए हर युवाओ को किसी ना किसी क्षेत्र मे हुनर मंद होना आवश्यक हो गया है। और सभी जानते है दक्ष व्यक्तियो की हर जगह मांग होती है।अतः जिन युवाओ को स्वरोजगार के क्षेत्र मे कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो और वे आगे बढ़ना चाहते हो उनके लिए जिला प्रशासन द्वारा हर संभव सहयोग दिया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि जिला कौशल विकास प्राधिकरण अर्न्तगत वित्तीय वर्ष 2018-19 मं संचालित विभिन्न प्रशिक्षण जैसे असिसटेंट इलेक्ट्रिशयन, मेशन जनरल (राज मिस्त्री), वेल्डर, मोबाईल रिपेयरिंग, मधुमक्खी पालन , औषधियुक्त पौधौ के प्रशिक्षक जैसे प्रशिक्षण सत्र प्रारभं किये गये थे। जिनमे कुल 195 युवाओ को प्रशिक्षित किया गया था। इनमे से कई युवाओ ने प्रशिक्षण उपरांत स्वयं का रोजगार भी स्थापित कर लिया है। इनमे से इलेक्ट्रिशयन मे 7, राजमिस्त्री मे 12 वेल्डर मे 8 मोबाईल रिपेयरिंग मे 20 एंव मधुमक्खी पालन मे 6 औषधियुक्त के प्रशिक्षक के रूप मे 7 युवा नियोजित हुए है। इस दौरान सभी युवाओ ने प्रशिक्षण उपरांत अपने अनुभवो को भी कलेक्टर के समक्ष साझा किया। ज्यादातर प्रशिक्षार्थियो ने स्वरोजगार के संबंध मे लोन आदि पर आ रही समस्या की ओर कलेक्टर का ध्यान आकर्षित किया जिस पर उन्होने इस समस्या का पूरी तरह निराकरण करने का आश्वासन दिया। उनका मानना था कि इसके लिए आईएपी मद से लोन दिया जा सकता हैं। उल्लेखनीय है कि सभी नियोजित प्रशिक्षार्थी वर्तमान मे 3000 से 15000 तक की मासिक आय प्राप्त कर रहे है। इस पर कलेक्टर ने अन्य युवाओ के लिए प्रेरणा बनने कि शुभकामनाये देते हुए कहा कि एक ही टेªड मे प्रशिक्षित प्रशिक्षार्थी एक समुह बनाकर व्यवसाय को और बढ़ा सकते है। इस मौके पर डिप्टी कलेक्टर आस्था राजपुत, एंव जिला विकास प्राधिकरण के कर्मचारी उपस्थित थे।