अलास्का के पास रूस ने एक बार फिर जासूसी विमान तैनात किया है. यह इस सप्ताह तीसरी बार है जब अमेरिका को अपने लड़ाकू जेट भेजकर इसका जवाब देना पड़ा. नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड (NORAD) ने एक बयान में बताया कि रविवार को रूस का एक जासूसी विमान अलास्का के एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन (ADIZ) में देखा गया. यह क्षेत्र अमेरिका और कनाडा के संप्रभु हवाई क्षेत्र के ठीक बाहर है. नॉराड ने कहा कि इस तरह की रूसी गतिविधि को खतरा नहीं माना जाता और यह ADIZ में अक्सर होती रहती है.
नॉराड ने बताया कि रविवार को अलास्का के पास रूस का एक आईएल-20 कूट (IL-20 COOT) विमान देखा गया. यह शीत युद्ध के समय का एक जासूसी विमान है, जिसे रूसी सेना खुफिया जानकारी जुटाने के लिए इस्तेमाल करती है. इससे पहले बुधवार और गुरुवार को भी इसी तरह के विमान इस क्षेत्र में देखे गए थे. नॉराड ने हर बार जवाब में अमेरिकी लड़ाकू जेट भेजे, ताकि रूसी विमानों पर नजर रखी जा सके. हालांकि, रूसी विमान अमेरिका या कनाडा के संप्रभु क्षेत्र में नहीं घुसे और अलास्का के तट से लगे अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में ही रहे.
पुतिन-ट्रंप की मुलाकात के बाद दिखे विमान
यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब कुछ हफ्ते पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलास्का में मुलाकात हुई थी. यह कई वर्षों में पहला मौका था, जब पुतिन ने अमेरिकी धरती पर कदम रखा. इस मुलाकात के बाद रूसी विमानों की गतिविधियों ने ध्यान खींचा है.
इस साल की शुरुआत में भी रूस के विमानों को अलास्का के पास देखा गया था. जनवरी में, अमेरिका और कनाडा ने आर्कटिक क्षेत्र में रूसी युद्धक विमानों को रोकने के लिए लड़ाकू जेट भेजे थे. उस समय बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बीच यह घटना सुर्खियों में आई थी. अमेरिकी सेना ने तब ग्रीनलैंड में दो लड़ाकू जेट तैनात किए थे, ताकि नॉराड की उपस्थिति को आर्कटिक में मजबूत किया जा सके.
रूसी विमान की क्या है ताकत?
IL-20M ‘कूट-ए’ एक सोवियत-युग का जासूसी और इलेक्ट्रॉनिक खुफिया (ELINT) विमान है, जो इल्यूशिन IL-18 यात्री विमान से विकसित किया गया. इसका पहला उड़ान परीक्षण 21 मार्च 1968 को हुआ और यह रूसी वायुसेना में आज भी सीमित उपयोग में है. इलेक्ट्रॉनिक खुफिया क्षमता, लंबी उड़ान और इसका डिजाइन इसकी खासियत हैं. विमान के नीचे सिगार-आकार का रडार पॉड और फ्यूजलेज पर सेंसर ब्लिस्टर इसे IL-18 से अलग करते हैं.