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भूपेश बघेल को फिर से मिले छत्तीसगढ़ कांग्रेस की कमान, रविंद्र चौबे के बयान पर सियासत तेज, बीजेपी ने कसा तंज

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छत्तीसगढ़ कांग्रेस में एक बार फिर नेतृत्व को लेकर हलचल तेज हो गई है. इस बार पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे के बयान ने नेतृत्व को लेकर पार्टी के भीतरखाने हलचल तेज कर दी है. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कांग्रेस का नेतृत्व सौंपने की इच्छा पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे ने जताई है. रविंद्र चौबे छत्तीसगढ़ की सियासत में अपनी विद्वता और विशिष्ट कार्यशैली के लिए जाने पहचाने जाते हैं. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भूपेश को कांग्रेस का नेतृत्व सौंपने की बात कही. अब रविंद्र चौबे के बयान ने प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर उठापटक को फिर उजागर कर दिया है. यूं तो कुछ महीने पहले ही भूपेश बघेल को राष्ट्रीय महासचिव और पंजाब का प्रभारी बनाया गया है, लेकिन रविंद्र चौबे ने उन्हें प्रदेश में कांग्रेस का नेतृत्व देने की मांग कर डाली.
इतना ही नहीं प्रदेश में किसानों की सरकार फिर से भूपेश बघेल के नेृत्व में बनने की बात कही. इससे कांग्रेस का वर्तमान नेतृत्व यानी दीपक बैज तो असहज हुए ही, बीजेपी को भी कांग्रेस के भीतर चल रहे उठापटक पर तंज कसने का अवसर मिल गया.
बीजेपी ने साधा निशाना
दरअसल विधानसभा चुनाव में हार के बाद से ही प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चर्चाओं का दौर चलता रहता है. ऐसे में रविंद्र चौबे ने दो टूक लहजे में कहा कि भूपेश बघेल ही प्रदेश में भाजपा का मुकाबला कर सकते हैं. यही वजह है कि पीसीसी चीफ दीपक बैज ने रविंद्र चौबे को महाज्ञानी नेता बताते हुए उनके वक्तव्य को निजी बयान करार दिया. साथ ही बीते डेढ़ सालों में सरकार के खिलाफ संघर्ष की बात भी कही. दूसरी ओर कांग्रेस के सहप्रभारी विजय जांगिड़ ने कलेक्टिव लीडरशिप की बात कही, लेकिन अब कांग्रेस के भीतरखाने छिड़े बवाल ने भाजपा को तंज कसने का अवसर दे दिया है.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में लंबे समय से नेतृत्व को लेकर उठापटक का दौर चल रहा है. ऐसे में रविंद्र चौबे ने भूपेश बघेल को नेतृत्व सौंपने की बात कहकर नई बहस तो छेड़ ही दी है. यह संकेत भी दे दिया है कि पार्टी के भीतर आने वाले दिनों में नेतृत्व को लेकर टकराव और बढ़ेगा. अब कांग्रेस हाईकमान इस बयान को कैसे देखता है और क्या फैसला लेता है, यह तो कुछ वक्त बाद पता चलेगा.

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