
भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के अंतर्गत अपने चोटिया कोयला खान क्षेत्र में शुक्रवार को ‘ममता परियोजना’ की शुरूआत की है। इसके अंतर्गत 21 गांवों की 43 आंगनबाड़ियां शामिल हैं। तीन से छह वर्ष के लगभग 725 जरूरतमंद बच्चों को अंडे, केले और प्रोटीन पाउडर दिए जा रहे हैं।
चोटिया कोयला खान सह महाप्रबंधक विजय जैन ने शुक्रवार को बताया कि, ‘ममता परियोजना’ बेहतरीन कार्यक्रम है। इससे बच्चों को कुपोषण से मुक्ति में मदद मिलेगी। कार्यक्रम में बालको के चोटिया कोयला खान सह प्रबंधक रविकांत सिंह, बालको के सामुदायिक विकास प्रबंधक विवेक कुमार सिंह और प्रशिक्षु अधिकारी सुश्री आयुषी मेहरोत्रा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
क्या है ‘ममता परियोजना’ – महिला एवं बाल विकास विभाग तथा जिला स्वास्थ्य विभाग के समन्वयन में बालको की ममता परियोजना का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा, कुपोषण से मुक्ति और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों का संचालन है। परियोजना का क्रियान्वयन स्वयंसेवी संगठन ‘स्रोत’ की मदद से किया गया है।