सोमवार को दोपहर डेढ़ बजे बांग्लादेशwSX के माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज ने जो मंजर देखा है, वो भूलने वाला नहीं है. जिस तरह एयरफोर्स का ट्रेनिंग जेट गिरने के बाद कैंपस में दिल दहलाने वाली चीखें सुनाई दीं, वो किसी का भी सीना चीर देंगी. यहां ढाका के उत्तरा इलाके में सोमवार को बांग्लादेश वायुसेना का एक ट्रेनिंग जेट मिलस्टोन स्कूल और कॉलेज की इमारत से जा टकराया. टक्कर के तुरंत बाद जेट आग के गोले में तब्दील हो गया और फिर शुरू वो तांडव, जिसकी कल्पना भी दो मिनट पहले किसी को नहीं थी. इस भीषण घटना में 22 लोगों की मौत हो गई, जिसमें ज्यादातर वहां पढ़ने वाले बच्चे थे.
सरकार ने घोषित किया राष्ट्रीय शोक दिवस
ढाका के अखबार डेली स्टार के मुताबिक सरकारी घोषणा में कहा गया है कि मंगलवार को देशभर के सरकारी, अर्ध-सरकारी, स्वायत्त संस्थानों और सभी शैक्षणिक संस्थानों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. साथ ही बांग्लादेश के विदेशी मिशनों में भी झंडा आधा झुकाया जाएगा. सरकार ने यह भी बताया कि देशभर के मंदिरों, मस्जिदों, गिरजाघरों और अन्य धार्मिक स्थलों में विशेष प्रार्थनाएं आयोजित की जाएंगी ताकि इस दुखद घटना में घायल व मृतकों की आत्मा की शांति के लिए दुआ की जा सके. सरकार की ओर से यह शोक दिवस राष्ट्र के सामूहिक दुख और एकजुटता का प्रतीक माना जा रहा है.माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज के कैंपस में बांग्लादेश एयरफोर्स के एक F-7 BGI ट्रेनिंग विमान तब क्रैश हुआ, जब यहां छुट्टी होने वाली थी. पैरेंट्स अपने बच्चों को लेने के लिए गेट पर थे, तभी उन्हें तेज धमाका सुनाई दिया. चश्मदीदों के मुताबिक विमान काफी लो लेवल पर था और वो नारियल के एक पेड़ से टकराने के बाद आग के गोले में बदलकर बिल्डिंग पर गिरा था. चूंकि उस वक्त पढ़ाई चल रही थी, तो पूरा कैंपस छात्रों और टीचर्स से भरा हुआ था, जो इस मंजर को देखने के बाद बेतहाशा भागने लगे.
‘मैंने अपनी आखों से देखा खौफनाक दृश्य‘
कॉलेज कंपाउंड में मौजूद एक टीचर ने बताया कि उन्हें बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि क्या हो रहा है. अचानक तेज रौशनी और धमाका हुआ, जिसके बाद हर तरफ धुआं और आग थी. बच्चे स्कूल से निकलने के लिए लाइन लगाकर खड़े थे, जब हादसा हुआ. खुद टीचर के हाथ जले हुए हैं और उन्होंने बताया कि छात्रों की कमीजों में आग पकड़ चुकी थी. वहीं एक और चश्मदीद ने बताया कि प्लेन बिल्डिंग के पहले फ्लोर पर गिरा, जबकि वे दूसरी बिल्डिंग में थे. वहां बच्चे पढ़ाई कर रहे थे और ग्राउंड फ्लोर पर भी क्लासेज चल रही थीं.