छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र के चौथे दिन गुरुवार को विपक्ष ने डीएपी खाद की कमी को लेकर सदन में जमकर हंगामा किया. विपक्ष के हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने विपक्ष के 32 विधायकों को निलंबित कर दिया. निलंबन से नाराज होकर विपक्ष के सदस्य सदन में धरने पर बैठ गए.
कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन सदन में किसानों को DAP आपूर्ति को लेकर प्रश्न उठाया. मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि हम भारत सरकार से सतत सम्पर्क में हैं, लेकिन जवाब से असंतुष्ट विपक्ष नारेबाजी करते हुए विधानसभा के गर्भ गृह में पहुंच गए.
डीएपी खाद संकट पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्षी नारेबाजी करने लगे
रिपोर्ट के मुताबिक विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन डीएपी खाद की कमी को लेकर विपक्ष सदन हंगामा करने लगा. विपक्ष सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर विधानसभा के गर्भ गृह में पहुंच गए और सरकार को किसान विरोधी बताते हुए नारेबाजी करने लगे, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष के 32 विधायकों को निलंबित कर दिया.
डीएपी खाद 64% सोसाइटी और 36% निजी क्षेत्र को उपलब्ध कराया गया: मंत्री नेताम
गौरतलब है पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सदन में सरकार से पूछा कि डीएपी खाद शासकीय और निजी को कितना कितना दिया गया है. इस पर मंत्री राम विचार नेताम ने सदन को बताया कि डीएपी खाद 64 फीसदी सोसाइटी और 36 निजी क्षेत्र को उपलब्ध कराया गया.
छत्तीसगढ़ में बरकरार डीएपी खाद के संकट को लेकर बीजेपी सरकार को घेरते हुए पूर्व सीएम बघेल ने कहा कि प्रदेश में डीएपी के कालाबाजारी होने बात कही. पूर्व सीएम ने सरकार से जल्द से जल्द किसानों को पर्याप्त डी ए पी उपलब्ध कराने की मांग की.
मंत्री बोले, डीएपी की कमी वैश्विक समस्या है, समाधान के लिए सरकार प्रयास कर रही है
मंत्री राम विचार नेताम ने सदन को बताया कि छत्तीसगढ़ में 1.72 लाख मेट्रिक टन डीएपी आ गया है और पांच दिनों में 18855 मेट्रिक टन प्राप्त होगा, जिसकी धीरे धीरे आपूर्ति होगी. मंत्री नेताम ने सदन को आश्वस्त किया कि डीएपी की कमी वैश्विक समस्या है, समाधान के लिए सरकार प्रयास कर रही है.