शेयर बाजार का भविष्य वैसे तो किसी भी मालूम नहीं होता, मगर मार्केट से जुड़ा डेटा काफी चीजें बयां कर देता है. पिछले कुछ दिनों में भारतीय शेयर बाजार में अच्छी रैली देखने को मिली, लेकिन पिछले हफ्ते निफ्टी सूचकांक एक रेंज में घूमता दिखाई दिया. आने वाला हफ्ता या महीना कैसा होने वाला है, शेयर बाजार गिरेगा या चढ़ेगा, इस बारे में बहुत से निवेशक जानने की कोशिश में जुटे रहते हैं. न्यूज़ 18 की सहयोगी वेबसाइट मनीकंट्रोल के लिए सैम्को सिक्योरिटीज़ के डेरिवेटिव एनालिस्ट धुपेश धमीजा ने एक आर्टिकल लिखा है, जिसमें उन्होंने इस धुंध को हटाने की कोशिश की है. उन्होंने मार्केट के बुलिश होने की उम्मीद जताई है. लेकिन धमीजा को ऐसा क्यों लगता है कि शेयर बाजार बुलिश रहने वाला है. यह कहने का उनका आधार क्या है, चलिए जानते हैं.
धमीजा ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) की पोजिशन से अंदाजा लगाया है कि शेयर बाजार एक तगड़ी रैली के लिए वार्मअप हो चुका है. पिछले हफ्ते शेयर बाजार बेशक साइजवेज रहा हो, मगर इसी बीच एक्शन की तैयारी हो चुकी है. पिछले 2 सप्ताहों में शेयर बाजार के विदेशी प्रतिभागियों ने 97,938 फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स खऱीदे हैं. यह आंकड़ा साफ-साफ कहता है कि मार्केट बुलिश रह सकता है.
इस आंकड़े का एक आधार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) द्वारा लगातार 10 दिनों से भारतीय शेयर बाजार में पैसा पंप करना भी है. उन्होंने अब तक 37,326 करोड़ रुपयों की भारी-भरकम खरीदारी की है. यह दिखाता है कि दुनियाभर की आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद उन्हें भारत की इक्विटी मार्केट पर पूरा भरोसा है