
छत्तीसगढ़ की पांचवी विधानसभा का पहला सत्र आज से शुरू होने जा रहा है। 11 जनवरी तक चलने वाले इस सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर रामपुकार सिंह नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे। इसके बाद दोपहर में विधानसभा अध्यक्ष के लिए निर्वाचन होगा।
बता दें इस बार सदन का नजारा पूर बदला हुआ होगा। सत्ताधारी दल कुल पांच पंक्तियों में एक छोर से दूसरे छोर तक बैठा हुआ नजर आएगा। वहीं पूरा विपक्ष तीन पंक्तियों में सिमटकर रह गया है।
यह शीतकालीन सत्र कांग्रेस नेतृत्व वाली नई सरकार का पहला सत्र है। विधानसभा में 15 साल के अंतराल बाद बदला हुआ नजारा सामने आने वाला है। अब तक सत्तापक्ष की कुर्सियों पर भाजपा के विधायक काबिज होते थे, अब वे कांग्रेस की पुरानी जगह पर मुख्य विपक्ष के रूप में सामने आएंगे।
प्रदेश के इतिहास में पहली बार सदन में 13 महिला विधायक एक साथ नजर आएंगी। इसके पहले 2008 में महिला विधायकों की संख्या 12 ही रही है। वहीं क्षेत्रीय दल के पांच विधायक भी पहली बार सदन के भीतर नजर आएंगे।
ये हैं 13 महिला विधायक
सदन के भीतर तक पहुंचने वाली 13 महिला विधायकों में 10 कांग्रेस से हैं जबकि एक-एक जोगी कांग्रेस, बसपा और भाजपा की शामिल हैं। इनमें छन्नी साहू, उत्तरी गनपत, रेणु जोगी, रंजना साहू, संगीता सिन्हा, अनिला भेड़िया, ममता चंद्रकार, डॉ. लक्ष्मी ध्रुव, इंदु बंजारे, अंबिका सिंहदेव, रश्मि सिंह, शकुंतला साहू और अनिता शर्मा शामिल हैं।
महंत होंगे अध्यक्ष
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा नवनिर्वाचित विधायक डॉ. चरणदास महंंत विधानसभा अध्यक्ष होंगे। उनका चुना जाना दलीय गणित के हिसाब से भी तय है। कांग्रेस ने राज्य की 90 में 68 सीटें जीती हैं।
भाजपा के हिस्से में 15 तथा जोगी बसपा गठबंधन के 7 विधायक जीतकर आए हैं। विधानसभाध्यक्ष के निर्वाचन के लिए भाजपा व जोगी बसपा गठबंधन भी महंत के पक्ष में सामने आ गया है।
राज्यपाल का अभिभाषण 7 को
विधानसभा का सत्र 4 तारीख को शुरू होने के बाद अगले दो दिन शनिवार, रविवार को बैठक नहीं होगी। 7 जनवरी को सत्र के दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का अभिभाषण होगा। इसके साथ ही राज्य सरकार अपना पहला अनुपूरक बजट भी पेश करेगी। इसके बाद 11 जनवरी को सत्र समाप्त होने तक राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी।