यूपी के मुरादाबाद में एक जगह ऐसी है जहां गंदगी के चलते सालों से शहनाई की गूंज सुनाई देनी बंद हो गई है. गलियों में दूर-दूर तक कीचड़ ही कीचड़ नजर आता है. बदबू के कारण लोगों का जीना दुश्वार है. लोग घरों के अंदर ही कैद रहने के लिए मजबूर हैं. घर से बाहर निकलने पर गंदगी और कीचड़ से सामना होता है. यह समस्या महीने दो महीने से नहीं बल्कि सालों से है. स्कूली बच्चे कीचड़ और गंदगी के बीच ही गुजरने को मजबूर हैं. आए दिन गिरने से उनकी ड्रेस तक खराब हो जाती है. बुजुर्गों का गिरकर जख्मी होना तो यहां पर आम बात है.
शिकायत करते-करते थक चुके हैं लोग
क्षेत्रीय लोग जनप्रतनिधियों व क्षेत्रीय पार्षद से शिकायत करते-करते थक चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका. किसी ने मौका मुआयना करना तक जरूरी नहीं समझा. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मोहल्ले में ना तो शहनाई बजती है और ना ही इस मोहल्ले में कोई जनाजा उठता है, क्योंकि यहां पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है. लोग फिसल कर यहां गिर जाते हैं, जिसकी वजह से शहनाई और जनाजा निकालना दोनों यहां से दुश्वार हो जाते हैं.