वन मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों के हित में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। उन्होंने बताया कि किसानों पर ब्याज का बोझ कम करने के लिए कृषि ऋण को 14 प्रतिशत से घटाकर शून्य प्रतिशत कर दिया गया है। इसके साथ ही, किसानों की मेहनत का सम्मान करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की गई।
मंत्री श्री कश्यप ने किसानों से ऑर्गेनिक खेती अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जैविक खेती न केवल भूमि की उर्वरा शक्ति को बनाए रखती है, बल्कि इससे उपज भी अधिक पोषक तत्वों से भरपूर होती है। उन्होंने किसानों को स्वास्थ्य और मिट्टी की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए रासायनिक खाद के अत्यधिक उपयोग से बचने की सलाह दी।
कार्यक्रम के प्रारंभ में रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी व्याप्तानंद जी महाराज ने आश्रम द्वारा किसानों के हित में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने किसानों को केला, पपीता, साग-सब्जी और बागवानी फसलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया। स्वामी व्याप्तानंद जी ने कहा कि रासायनिक खाद के अति प्रयोग से भूमि की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है और पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। उन्होंने किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया, जिससे फसल उत्पादन में वृद्धि हो सके।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री नारायण मरकाम, नगरपालिका अध्यक्ष श्री इंद्रप्रसाद बघेल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री प्रताप सिंह मंडावी, सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक श्री रूपसाय सलाम, छोटेडोंगर सरपंच श्रीमती संध्या पवार, मछुआ कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष श्री भरत मटियारा और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।