संभाग के सभी जिलों में नक्सली आतंक इतना पसर गया है कि यहां के ठेकेदारों ने साफ-साफ बिना सुरक्षा के किसी भी निर्माण कार्य को करने में अपनी असमर्थता प्रदर्शित कर दी है, जिसके कारण निर्माण कार्य ठप हो गये हैं। बस्तर के सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिलों का यही हाल है। उल्लेखनीय है कि नक्सल प्रभावित जिलों में हुए भारी मतदान से नक्सलियों ने इन निर्माण कार्यों को ही अपनी खीझ मिटाने निशाना बनाया। इसका उदाहरण अरनपुर, जगरगुड़ा मार्ग पर काम कर रहे ठेकेदार व उनके मजदूरों पर नक्सली धावा से सामने आया और अब ठेकेदारों ने यहां आगे काम करने से मना कर दिया है। इसी प्रकार दंतेवाड़ा जिले के नीलवाया में गत दिनों हुए एक निर्माणाधीन सड़क पर नक्सलियों के प्रहार से तीन जवानों सहित मीडियाकर्मी की भी मौत से कामकाज बंद हो गया है। क्षेत्र में इस प्रकार दर्जनों विकास की संवाहक सडक़ों का निर्माण बंद हो गया है। अब जानकारी के अनुसार पुन: कार्य शुरू करने के लिए इन निर्माण कार्यों को सुरक्षा प्रदान करने की तैयारी की जा रही है और 20 नवंबर के बाद इनका निर्माण शुरू हो सकेगा।