Home News ”लोकसभा चुनाव 2024 : दुर्ग लोकसभा चुनाव का रण”

”लोकसभा चुनाव 2024 : दुर्ग लोकसभा चुनाव का रण”

146
0

लोकसभा चुनाव 2024 : इस लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी की ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में न सिर्फ यह सीट बल्कि इस संसदीय क्षेत्र की नौ में से सात सीटों पर बीजेपी की जीत हुई है. बीजेपी की ताकत का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि 2019 के चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार विजय बघेल न सिर्फ जीते, बल्कि अपने निकटतम प्रतिद्वंदी से वोटों का अंतर करीब 22 फीसदी रहा. बीजेपी ने एक बार फिर विजय बघेल को मैदान में उतारा है. बीजेपी की इस ताकत के उलट कांग्रेस का अब यही कहना है कि राजनीति संभावनाओं का खेल है. यहां कभी भी कुछ भी हो सकता है. लेकिन, संभावनाओं को हकीकत में बदलने के लिए जिस रणनीति की जरूरत है, वह जमीन पर कहीं नजर नहीं आ रही है. दुर्ग पार्टी कार्यालय में मौजूद प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय धनखड़ ने दावा किया है कि उनके उम्मीदवार राजेंद्र साहू इस बार भारी बहुमत से जीतने जा रहे हैं. लेकिन कैसे… इसके जवाब में उनके पास कहने को कुछ खास नहीं है. वह नोटबंदी, भ्रष्टाचार, भाईचारे पर संकट और कोरोना काल में केंद्र सरकार की लापरवाही जैसे मुद्दे गिनाने लगते हैं, जिन पर जनता पिछले कई चुनावों में अपना फैसला सुना चुकी है. स्थानीय मुद्दों के नाम पर वे भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों को नियमित नहीं करने और धान किसानों की उपेक्षा जैसे मुद्दे उठाते हैं. इसके विपरीत, अगर आप भाजपा नेताओं की उपलब्धियों के बारे में पूछें तो हाल ही में बनी पार्टी की सरकार में किसानों को दो साल का बकाया बोनस का भुगतान, क्षेत्र में एक नए आईआईटी की मंजूरी, एक ओवरब्रिज की मंजूरी शामिल है। शहर, रेलवे स्टेशन का कायाकल्प, नई ट्रेनें चलाने जैसी कई उपलब्धियां गिनाईं। चुनाव प्रक्रिया में शामिल भाजपा के दिनेश दिवांगन और देवेन्द्र चंदेल जीत के प्रति आश्वस्त हैं। स्थानीय पत्रकार यशवंत धोटे कहते हैं कि बीजेपी आगे जरूर है, लेकिन मुकाबला एकतरफा नहीं माना जा सकता. इस सीट पर भूपेश बघेल का काफी प्रभाव है. यह उनका गृह जिला भी है. अब चुनाव से मुक्त होने के बाद वह यहीं ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. इससे कांग्रेस को फायदा होगा. कांग्रेस ने इस बार दुर्ग से राजेंद्र साहू को मैदान में उतारा है. इस क्षेत्र में साहू समाज के मतदाताओं की संख्या करीब पांच लाख बताई जाती है. पिछली बार प्रतिमा चंद्राकर को अपेक्षित वोट नहीं मिलने के पीछे पार्टी के लोग साहू समाज की नाराजगी को मुख्य वजह मान रहे हैं। संगठन के नेताओं का मानना ​​है कि इन पांच लाख वोटों में से अधिकांश वोट राजेश साहू को मिलेंगे. लेकिन ये विश्वास या ग़लतफ़हमी तो वोटों की गिनती के दिन ही पता चलेगी. इस लोकसभा क्षेत्र में साहू समाज के अलावा कुर्मी, यादव और सतनामी समाज के लोगों की अच्छी खासी संख्या है. कांग्रेस भी उनसे काफी उम्मीदें लगाए बैठी है. चुनाव में भले ही हंसदेव अरण्य के हजारों पेड़ों को काटने के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हो रही है, लेकिन इसकी चिंता सभी को है. दुर्ग के सामाजिक कार्यकर्ता रितेंद्र साहू कहते हैं कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है. यहां के लोगों का जल, जंगल और जमीन से लगाव स्वाभाविक है।

पिछले दो चुनावों की स्थिति

साल 2019 का चुनाव
उम्मीदवार पार्टी का वोट प्रतिशत
विजय बघेल बीजेपी 61 फीसदी
प्रतिमा चंद्राकर कांग्रेस 33 फीसदी

2014 चुनाव
उम्मीदवार पार्टी का वोट प्रतिशत
ताम्रध्वज साहू कांग्रेस 45.32 फीसदी
सरोज पांडे बीजेपी 43.99 फीसदी