आमतौर पर जब भी किसी परिवार में कोई भी बच्चा होता है तो वह परिवार खुश होता है मगर क्या हो जब परिवार के लोग बच्चे के पैदा होने पर मातम मनाए और मरने पर खुश हो । सुनकर चौक गए ना आप मगर आज हम आपको एक ऐसे ही गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पर बच्चे के मरने पर लोग जश्न मनाते हें और पैदा होने पर मातम ।
जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे है वो सब राजस्थान की एक जनजाति में होता हैं । इस जनजाति में जब कोई बच्चा जन्म लेता है तो लोग मातम मनाते हैं और जब कोई व्यक्ति मरता है तो लोग उत्सव मनाते हैं । सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि यहाँ सतिया समुदाय के लोग सड़कों पर तम्बू बना कर रहते हैं। बताया जाता हे कि इस समुदाय में अधिकतर लोग निरक्षर है और इतना ही नहीं इस समुदाय के पुरुष शराब की लत के लिए कुख्यात हैं तथा इस समुदाय की महिलाएं देय व्यापार में लिप्त होती हैं ।
यहां पर अनोखी परपंरा है जब भी किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो लोग उसके बाद में खुशियां मानते हैं और उसका अंतिम संस्कार बड़ी धूमधाम से किया जाता है । मगर जब भी किसी के यहां पर कोई बच्चा होता है तो लोग मातम मनाते हैं । समुदाय के एक सदस्य ने बताया है कि जब भी यहां पर किसी की मौत होती है तो हम लोग नए कपड़े पहनते हैं और हम लोग एक दूसरे का मुंह मीठा कराते हैं । इसके आगे उसने बताया कि ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि वह आदमी इस शरीर की जेल से छुट कर आजाद हो जाता हैं ।