छत्तीसगढ़ : 2000 करोड़ के शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छत्तीसगढ़ के रिटायर्ड आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी को किया गया गिरफ्तार…
छत्तीसगढ़ के रायपुर में 21 अप्रैल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य में कथित 2000 करोड़ के शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छत्तीसगढ़ के रिटायर्ड आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी पर बड़ा एक्शन लिया है.
ईडी ने आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को गिरफ्तार किया है.
संघीय एजेंसी (Federal Agency) ने 2003 बैच के अधिकारी को शनिवार को रायपुर में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू)/भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) (Economic Offences Wing (EOW)/Anti Corruption Bureau) कार्यालय से हिरासत में लिया था, जहां आईएएस और उनके बेटे यश टुटेजा उसी मामले में अपना बयान दर्ज करने गए थे.
अधिकारी को हिरासत में लिया गया
सूत्रों ने कहा कि आईएएस अधिकारी को बाद में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) (Prevention of Money Laundering Act ) के प्रावधानों के तहत हिरासत में ले लिया गया और उनकी रिमांड की मांग करते हुए मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जाने की उम्मीद है. अधिकारी पिछले साल सेवा से सेवानिवृत्त हुए. बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों शराब घोटाला मामले में मनी लांड्रिंग के आरोपों को खारिज करते हुए मनी लांड्रिंग के केस को रद्द कर दिया था, जिसके बाद ईडी ने कथित शराब घोटाला मामले में एक नया मनी लॉन्ड्रिंग मामला दर्ज किया है.
क्या था मामला
ईडी ने इंन्फोसर्मेंट केस इंफार्मेशन रिपोर्ट (ईसीआईआर) रजिस्टर्ड कर मामले की नए सिरे से जांच शुरू की. ईडी ने आरोप लगाया था कि छत्तीसगढ़ में बेची गई शराब की “हर” बोतल से “अवैध” पैसा इकट्ठा किया गया था और रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर ढेबर के नेतृत्व वाले शराब सिंडिकेट द्वारा 2,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिले हैं. बता दें, ईसीआईआर (Enforcement Case Information Report) में अनील टूटेजा और उनके बेटे का भी नाम शामिल है, जिसके चलते पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को हिरासत में लिया गया है.