छत्तीसगढ़ “बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में कथा वाचन के लिए आ सकते हैं.
दो दिन पहले राजधानी रायपुर में कथा वाचन के लिए पहुंचे धीरेंद्र शास्त्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वह जल्द ही बस्तर पहुंचकर यहां कथावाचन करेंगे.
उनकी घोषणा के साथ ही सर्व सनातन समाज और हिन्दू संगठन के लोगों ने तैयारी के लिए मंथन भी शुरू कर दिया है.
सूत्रों के मुताबिक आने वाले मार्च या अप्रैल महीने में बागेश्वर धाम महाराज धीरेंद्र शास्त्री बस्तर पहुंच सकते हैं और यहां शहर के लालबाग मैदान में कथा वाचन कर सकते हैं. दरअसल, छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में बढ़ते धर्मांतरण के मामले को लेकर उनका बस्तर दौरा काफी अहम माना जा रहा है. बस्तर में लगातार हिंदू संगठन के द्वारा अपने मूल धर्म को छोड़कर दूसरे धर्म को अपनाने वाले लोगों को मूल धर्म में वापस लाने लगातार प्रयास किया जा रहा है.
लंबे समय से बस्तर की हिंदू संगठन भी इस प्रयास में लगे थे कि बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री बस्तर आएं. ऐसे में खुद धीरेंद्र शास्त्री के द्वारा बस्तर आने की बात कहने के बाद सर्व सनातन समाज ने उनके आगमन की तैयारी पर मंथन शुरू कर दिया है.
हालांकि अब तक उनके दौरे को लेकर अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन माना यही जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले महाराज धीरेंद्र शास्त्री का बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर में एक बड़े स्तर पर कथावाचन का आयोजन हो सकता है. इसमें हजारों की संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.
कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बीजेपी के नेताओं ने धर्मांतरण को बढ़ावा देने के लिए कांग्रेस के नेताओं पर जमकर निशाना साधा था, हालांकि सत्ता परिवर्तन के साथ ही अब लगातार धर्मांतरण रोकने के लिए प्रदेश में कानून बनाने की मांग उठ रही है. बताया जा रहा है कि धीरेंद्र शास्त्री के बस्तर दौरे पर सैकड़ों लोगों की घर वापसी हो सकती है.
बस्तर में धर्म गुरुओं का भी लगातार दौरा हो रहा है. इस बीच रायपुर आए बागेश्वर धाम धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बस्तर आने के बयान पर सर्व सनातन समाज ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए तैयारी पर मंथन शुरू कर दिया है.
बताया यह भी जा रहा है कि महाराज धीरेंद्र शास्त्री की कथा के दौरान सैकड़ो लोगों की मूल धर्म में वापसी भी करवाई जाएगी. बस्तर के गांव-गांव में राम कथा के प्रचार और घर वापसी के लिए माहौल बनाने की योजना बननी भी शुरू हो गई है. वहीं बीते दिनों रायपुर में महाराज धीरेंद्र शास्त्री की कथा वाचन के दौरान सरगुजा संभाग के हजारों लोगों ने घर वापसी की थी.