रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ अनुभाग के धान उपार्जन केंद्र सिसरिंगा में सोमवार को संयुक्त जांच दल राजस्व, खाद्य, सहकारिता, बैंक, मंडी विभाग धरमजयगढ़ के द्वारा एवं स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा रोके गये दो ट्रक धान की जांच की गई।
गाड़ी नंबर यूपी-21, सीएन 7070 एवं यूपी-21 डीटी 3930 में अवैध रूप से धान उपार्जन केंद्र सिसरिंगा में खाली होने आये धान बोरे सहित ट्रक को पकड़ा गया।
पकड़ी गई ट्रकों में धान की 1900 बोरी (40 किलोग्राम प्रति बोरी) वजन 760 क्ंविटल में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति काडरो जिला-जशपुर का स्टेंसिल लगा पाया गया। 21 जनवरी को मां कमला राईस मिल के द्वारा उक्त धान का उठाव किया गया था। इसकी पुष्टि रायपुर से प्राप्त ऑनलाइन रिपोर्ट एवं एवं काडरो समिति जिला जशपुर के जावक पंजी से की गई।
खाद्य अधिकारी ने बताया कि धान उपार्जन केंद्र सिसरिंगा खरीदी केंद्र प्रभारी डाटा एंट्री ऑपरेटर पुरूषोत्तम दास महंत द्वारा बताया गया कि उक्त दोनों ट्रक में लोड धान का परिवहन किया जा रहा था।
खरीदी प्रभारी का बयान एवं जांच में पाये गये तथ्य अनुसार, दोनों ट्रकों का धान आदिम जाति सेवा सहकारी समिति काडरो जिला जशपुर का पाया गया जो मां कमला राईस मिल में न जाकर आदिम जाति सेवा सहकारी समिति सिसरिंगा में खाली करने के उद्देश्य से लाया गया था। दोनों ट्रकों को जब्त कर 1900 बोरी धान (वजन 760.00 क्विंटल) जब्त किया गाय। धरमजयगढ़ थाना की अभिरक्षा में दिया गया है, विस्तृत जांच की कार्रवाई जा रही है।