छत्तीसगढ़ : 90 सीटों पर वोटिंग पूरी हो चुकी है. अगले महीने तीन दिसंबर को ईवीएम खुलने के साथ छत्तीसगढ़ में किसकी सरकार बनेगी ये तय होगा. लेकिन इससे पहले कांग्रेस पार्टी में हलचल तेज हो गई है.
कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने प्रदेश कांग्रेस भवन में बड़ी बैठक बुलाई है. अलग अलग संभाग के कांग्रेसी प्रत्याशियों से वन टू वन चर्चा की जा रही है. ये रिजल्ट के आने से पहले कांग्रेस सभी 90 सीटों पर क्या स्थिति है इसको लेकर मीटिंग की गई.
चुनाव के अगले ही दिन कांग्रेस की बैठक
शुक्रवार को 70 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई है. इसके अगले ही दिन कांग्रेस की इस बैठक से हलचल तेज है. प्रदेश कांग्रेस भवन में पीसीसी चीफ कांग्रेस के प्रत्याशियों से रिपोर्ट ले रहे है. प्रभारी कुमारी सैलजा भी मीटिंग में पहुंचीं. कांग्रेस सभी 90 सीटों में से कितनी सीटों में जीत रही है और कितने सीटों में कांग्रेस पिछड़ी है. इसको लेकर मंथन किया गया. पहले दौर की बैठक में अधिकांस बस्तर संभाग के कांग्रेसी प्रत्याशी शामिल हुए. सबसे चुनाव में वोटिंग को लेकर चर्चा की गई.
पहले चरण के 20 सीटों के प्रत्याशियों को मीटिंग में बुलाया गया है. इसके साथ रायपुर संभाग के भी नजदीकी प्रत्याशी बैठक में शामिल हो रहे है. रविवार को भी कांग्रेस भवन में बैठक होगी. यानी कांग्रेस पूरे 90 सीटों में अपने प्रत्याशियों के स्थिति को समझने के लिए बैठक कर मंथन कर रही है.
इसके अलावा बैठक में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ काम करने वाले कांग्रेसियों को पार्टी लगातार नोटिस जारी कर रही है. इसमें आज अबतक पांच नेताओं को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव त्रिलोक श्रीवास पर आरोप लगे है कि बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के पार्टी अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ पार्टी विरोधी काम करने का आरोप लगा है. इस लिए प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. चंद्रपुर विधानसभा से पूर्व ब्लाक अध्यक्ष तारकेश्वर गभेल, भवन और सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के सदस्य दुर्गेश जायसवाल, सक्ती जिले की नेत्री गीतांजली पटेल को 24 घंटे भीतर जवाब देने के लिए नोट जारी किया गया है. इसके अलावा राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य पुष्पा पाटले को पामगढ़ विधानसभा में पार्टी के खिलाफ काम करने पर 24 घंटे के भीतर जवाब देने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.