छत्तीसगढ़ के मोहला मानपुर विकासखंड के औधी थाना से सटे ग्राम सरखेड़ा में बीजेपी नेता बिरझू तारम कि जघन्य हत्या को लेकर बवाल मच गया है.
बीते कई घंटों से मृतक का शव घटना स्थल से नहीं उठ पाया है. परिवारजन और ग्रामीणों ने शव को घेरे रखा है. परिवारजन और ग्रामिण इस वारदात को टारगेट किलिंग बताते हुए 50 लाख का मुआवजा, घर के एक सदस्य को नौकरी और पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं.
नक्सलियों के टारगेट पर थे बिरझू ताराम
बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने दिवंगत बीजेपी नेता बिरझू ताराम को टारगेट पर रखा हुआ था, जिसको लेकर माओवादी संगठन ने बाकायदा पर्चा भी जारी किया हुआ था. इसके बावजूद पुलिस प्रशासन के अफसर कोई भी उचित कदम नहीं उठा पाए. दरअसल, शुक्रवार रात आठ बजे गांव पहुंचे लगभग आठ से दस सशस्त्र नक्सलियों ने इसास राइफल से चार गोलियां दाग के बिरझू ताराम कि जघन्य हत्या कर दी.
प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने बताई ”लक्षित” हत्या
बता दें बीजेपी ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. शनिवार 2:15 बजे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मडाविया, सांसद संतोष पांडे परिजनों और बीजेपी कार्यकर्ताओं से मिलने औंधी सरखेड़ा पहुंचे. वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने इस घटना निंदा की. उन्होंने इस घटना को ”लक्षित” हत्या करार दिया. यही नहीं उन्होंने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता इस कृत्य से नहीं डरेंगे और अगले महीने होने वाले चुनाव में कांग्रेस को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा देंगे. साव ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता बिरजू तारम की हत्या एक और बीजेपी कार्यकर्ता की लक्षित हत्या है. हम बीजेपी कार्यकर्ता बिरझू ताराम की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे.