रायपुर। आम आदमी पार्टी की रायपुर स्थित प्रदेश कार्यालय में आज गुरुवार को केजरीवाल की गारंटी को प्रदेश की जनता तक पहुंचाने के उद्देश्य से मिस्ड कॉल नंबर और एप की लॉन्चिंग की गई।
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी और सहप्रभारी हरदीप सिंह मुंडिया ने पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी। प्रदेश सहप्रभारी हरदीप सिंह मुंडिया ने कहा कि प्रदेश की जनता ‘आप’ की विकसित छत्तीसगढ़ की अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है। 08 सितंबर से प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में घर-घर जाकर छत्तीसगढ़ की जनता को गारंटी कार्ड से जोड़ेंगे। जनता इस 8462-815-032 मोबाइल नंबर पर मिस्ड कॉल करेंगे। जिसके बाद उन्हें एक ओटीपी नंबर प्राप्त होगा। जिसे हमारे कार्यकर्ता एप पर डालेंगे। साथ ही इसमें शख्स का नाम, जिले का नाम और विधानसभा का नाम मेंशन करने के लिए एक विंडो ओपन होगा। इसे भरकर लोग अरविंद केजरीवाल द्वारा दी गई सभी गारंटी के लिए खुद को रजिस्टर कर सकते हैं।
प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने प्रदेश के लोगों की मूल समस्याओं पर बात करते हुए कहा कि आज देश में छत्तीसगढ़ जितना साधन संपन्न अन्य कोई भी राज्य नहीं है लेकिन विडंबना है कि उपेक्षित राजनीति की शिकार प्रदेश की जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए भी संघर्ष कर रही है। हमने देश के दो राज्यवासियों को बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, भ्रष्टाचार, रोजगार, महिला विमर्श और आजीविका, तीर्थ यात्रा, शहीद सम्मान, कर्मचारी वर्ग की चुनौतियों से मुक्त कर दिया है। छत्तीसगढ़ी जनता भी जान चुकी है कि केजरीवाल का विकास मॉडल आज दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है।
कोमल हुपेंडी ने फोन नंबर और एप के माध्यम से ‘आप’ की गारंटी के लिए खुद को रजिस्टर करने के विषय में विस्तार से बताते हुए कहा कि आप 8462-815-032 पर मिस्ड कॉल करके हमारे लिंक के माध्यम से एप को गूगल, प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर से इंस्टॉल कर मिस्ड कॉल से प्राप्त ओटीपी और नाम-पता मेंशन कर हमारे गारंटी कार्ड के अभियान से जुड़ सकते हैं। 8 सितंबर से प्रदेशभर में गारंटी सभा भी शुरू कर रहे हैं। जिसके जरिए हम भीड़भाड़ वाले इलाके में छोटी-छोटी सभा करेंगे और लोगों को इस अभियान से जोड़ेंगे। आज प्रदेश महिला सुरक्षा, छत्तीसगढ़ी संस्कृति जल-जंगल व जमीन, रोजगार, बिजली संकट, संविदा कर्मचारी वर्ग की चुनौतियां, शिक्षा, चिकित्सा और भ्रष्टाचार से जूझ रहा है। इसलिए इस अभियान की महत्ता को प्रदेशवासी अच्छे से समझ रहे हैं।