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छत्तीसगढ़ में बीजेपी उठा सकती है ये बड़ा कदम, लगातार हारी सीटों पर कर सकती है यह काम…

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छत्तीसगढ़ में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां जोरों पर है. सभी राजनीतिक दल इन दिनों उम्मीदवारों के चयन में लगे हुए हैं. राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी सितंबर में ही उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर देगी.

बीजेपी पहले उन सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा करेगी, जिन पर पिछले दो-तीन बार से उसे हार का सामना करना पड़ रहा है.प्रदेश की ऐसी 36 सीटों पर दिल्ली में चार दिन से मंथन चल रहा है. इसमें कांग्रेस के कर्नाटक मॉडल की चर्चा हुई.कर्नाटक में कांग्रेस ने दो महीने पहले ही उम्मीदवार घोषित कर दिए थे. इसका उसे फायदा हुआ. बीजेपी छत्तीसगढ़ में वही प्रयोग करना चाहती है.

अमित शाह ने ली बैठक

मंगलवार को गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में छत्तीसगढ़ से जुड़ी एक बड़ी बैठक ली. इसमें चुनाव प्रभारी ओम माथुर,सह प्रभारी मनसुख मंडाविया, प्रदेश सह प्रभारी नितिन नबीन, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, संगठन महामंत्री पवन साय,राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह मौजूद रहे.

सूत्रों के अनुसार इस बैठक में चारों सर्वे रिपोर्ट के साथ-साथ संभाग प्रभारियों से भी इन सीटों के लिए दो-दो नाम मांगे गए हैं. इससे पहले चुनाव प्रभारी ओम माथुर के दिल्ली निवास पर सोमवार से ही बैठकें हो रही हैं. अभी यह तय होना बाकी है कि कितनी सीटों पर प्रत्याशी की घोषणा पहले करनी है.

चार एजेंसियां कर रही हैं सर्वे

बताया जा रहा है कि अमित शाह, ओम माथुर, शिवप्रकाश और जेपी नड्डा अलग-अलग सर्वे एजेंसियों से छत्तीसगढ़ में सर्वे करवा रहे हैं. इन चारों सर्वे रिपोर्ट में जिस व्यक्ति का नाम कॉमन होगा, उसे शार्टलिस्ट किया जाएगा. फिर मंडल अध्यक्षों के माध्यम से संभाग प्रभारियों से मांगे गए दो नाम में अगर वह नाम होगा, तब उसे फाइनल लिस्ट में रखा जाएगा. इस तरह बनी सूची में आए नामों पर फिर सर्वे करवाया जाएगा. उम्मीदवार के बारे में जीत हासिल करने की रिपोर्ट आएगी, तभी उसे प्रत्याशी बनाया जाएगा. जिस सीट पर एक नाम कॉमन नहीं मिला, वहां चारों सर्वे एजेंसियों से दोबारा रिपोर्ट मांगी जाएगी.

पहली सूची में इन सीटों का हो सकता है नाम

छत्तीसगढ़ में बीजेपी कोंटा, सीतापुर, खरसिया और कोटा विधानसभा सीट पर कभी नहीं जीत पाई है. वहीं मरवाही और पाली तानाखार सीटें भी राज्य बनने के बाद से अब तक बीजेपी जीत नहीं पाई है.सूत्रों की मानें तो सितंबर में जारी होने वाली पहली सूची में इन छह सीटों पर प्रत्याशी की घोषणा हो जाएगी. इस सूची में कुछ ऐसी सीटों के नाम भी हो सकते हैं, जहां बीजेपी पिछले दो चुनाव से लगातार हार रही है.