Bastar: पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरविंद नेताम (Arvind Netam) ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. अरविंद नेताम ने कुछ दिन पहले ही सर्व आदिवासी समाज के जरिए छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में 50 सीटों में चुनाव लड़ने की घोषणा की थी.
हालांकि उनके कांग्रेस पार्टी छोड़ने को लेकर पिछले कुछ दिनों से चर्चा चल रही थी और आखिरकार अरविंद नेताम ने विश्व आदिवासी दिवस के दिन ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के नाम पत्र लिखकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
इंदिरा गांधी और पीवी नरसिम्हा राव के मंत्रिमंडल में कृषि मंत्री रह चुके हैं अरविंद नेताम
दरअसल, अरविंद नेताम कांग्रेस (Arvind Netam) के काफी वरिष्ठ नेताओं में से हैं, और बस्तर के काफी कद्दावर नेता भी माने जाते हैं. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पीवी नरसिम्हा राव के मंत्रिमंडल में अरविंद नेताम कृषि मंत्री रह चुके हैं. वहीं उनके इस्तीफा देने के बाद पूरे प्रदेश में सियासी बवाल मचा हुआ है. बताया जा रहा है कि अरविंद नेताम ने राजनीतिक पार्टी के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस वजह से उनके द्वारा इस्तीफा देने की बात कहीं जा रही है. हालांकि अब तक ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने उनके इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया है.
वर्तमान कांग्रेस सरकार पर लगाया ये आरोप
चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाने वाले अरविंद नेताम के पार्टी छोड़ने से सियासत गरमाई हुई है. अरविंद नेताम ने कांग्रेस अध्यक्ष के नाम पत्र लिखकर कांग्रेस पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दिया है. अरविंद नेताम ने अपने पत्र में लिखा है कि मैंने 5 साल पहले तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी के आह्वान पर कांग्रेस में वापस आकर अपने अनुभव से पार्टी को मजबूती प्रदान करने का हमेशा प्रयास किया, लेकिन प्रदेश नेतृत्व के असहयोग रवैया के कारण मुझे निराशा हुई. प्रदेश नेतृत्व राज्य में आदिवासी समाज के लिए बाबा साहब अंबेडकर राव के द्वारा प्रदान संवैधानिक अधिकारों के विपरीत काम करने और पेसा कानून 1996 में आदिवासी समाज को जल ,जंगल, जमीन में ग्राम सभा के अधिकारों को समाप्त कर दिया गया है. इस प्रकार से वर्तमान सरकार आदिवासी विरोधी सरकार है. इसलिए मैं विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहा हूं.
इस पत्र के बाद माना यह जा रहा है कि अरविंद नेताम चुनाव में अपने सर्व आदिवासी समाज से प्रत्याशियों को उतारने के लिए तैयारी में जुट रहे हैं. हाल ही में उन्होंने बताया था कि सर्व आदिवासी समाज के द्वारा राजनीतिक पार्टी बनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है और इसके पंजीयन के लिए चुनाव आयोग में आवेदन भी कर दिया गया है.
इस्तीफा को लेकर नहीं आई कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया
इधर अरविंद नेताम के इस्तीफा देने को लेकर अब तक कांग्रेस के किसी भी बड़े नेता की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. हालांकि मंगलवार को बस्तर पहुंचे मुख्यमंत्री ने पहले ही कह दिया था कि समाज कोई राजनीतिक दल नहीं होता और हमारी सरकार से आदिवासी समाज की नाराज नहीं है. इधर अरविंद नेताम के पार्टी से इस्तीफा दिए जाने के बाद अब देखना होगा कि ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी उनके इस्तीफा पर क्या निर्णय लेती है.