छत्तीसगढ़ : Manipur Violence मणिपुर में कुकी समुदाय की दो महिलाओं को सड़क पर निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना से पूरे देश में आक्रोश है। राजनीतिक दल इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए केंद्र सरकार सवाल उठा रहे हैं।

80 दिन – इतना वक्त लगा प्रधानमंत्री को ‘मणिपुर’ बोलने में, गुस्सा आने में! और, आज जब बोले भी तो ऐसा मानो, देश को नहीं, चुनावी रैली को संबोधित कर रहे हों। प्रधानमंत्री जी, क्योंकि आपने मणिपुर के साथ छत्तीसगढ़ का नाम लिया, तो आपको बता दें कि हमारे प्रदेश में कानून व्यवस्था बरकरार है, सुरक्षित शासन में है। NCRB के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में महिलाओं के खिलाफ अपराधिक मामले 62% कम हुए हैं, पहले की भाजपा सरकार के मुकाबले। इसलिए, जब मणिपुर की ओर आखिरकार आपका ध्यान गया है, तो कृपया वहां फैली हिंसा और नफरत मिटाएं। मणिपुर के भाइयों-बहनों को शांति की ज़रूरत है।

#ManipurViolence पर बोलने में प्रधानमंत्री जी को 70 से अधिक दिन लग गए। इस भयावह घटना की निंदा करते हुए भी उन्होंने चुनावी राज्यों का नाम लेकर मुद्दे का राजनीतिकरण करने से गुरेज नहीं किया। देश की बेटियों के साथ हुए इस हृदय द्रवित घटना का राजनीतिकरण न करें प्रधानमंत्री जी।