किसी सार्वजनिक आयोजन में अगर भीड़ बढ़ती जा रही हो, तो तुरंत वहां से निकलने में ही अपनी भलाई समझिए. अपनी जान की सुरक्षा के लिहाज से यह काफी हद तक सही भी है.
भीड़ का भी अपना एक विज्ञान है.
भीड़ से होने वाले खतरों के संबंध में सीएनएन की एक बहुत तार्किक और साइंटिफिक रिपोर्ट है. इस रिपोर्ट को यूनिवर्सिटी ऑफ सफोल्क के क्राउड साइंस के प्रोफेसर जी कीथ से बातचीत करके बनाया गया. प्रोफेसर कीथ ने प्रति वर्ग मीटर के आधार पर भीड़ का तार्किक विश्लेषण किया.
अगर आयोजन स्थल पर एक वर्ग मीटर में एक व्यक्ति हो तो समझिए ये बहुत अच्छी स्थिति है. इसमें आप बहुत आरामदायक पोजिशन में रह सकते हैं. इसी तरह अगर एक वर्ग मीटर स्पेस में दो से तीन लोग भी मौजूद हैं तो यह स्थिति भी अच्छी हैं.
अब इस जगह में 5 लोगों के लिए मुश्किल थोड़ी बढ़ जाएगी. आपका मूवमेंट नही हो पाएगा और आप एक दूसरे से भिड़ने लगेंगे. इस स्तिथि में अगर ज्यादा धक्का-मुक्की नहीं हुई तो यह स्थिति सुरक्षित है, लेकिन यह निश्चय ही सतर्कता वाली स्तिथि है.
एक वर्ग मीटर वाले स्पेस में अगर 06 लोग मौजूद हों यह खतरनाक स्तिथि है. जरा सा हिलते-डुलते ही एक दूसरे से टकराएंगे. इस स्तिथि में एक दूसरे से दूरी बनाकर नहीं रखी जा सकती. ऐसे में अगर जरा भी स्थिति बिगड़ी तो क्या होगा, यह कहा नहीं जा सकता.