डॉ राकेश गुप्ता ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को भेजे अपने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ राज्य में आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिला है,लेकिन पिछले 6 माह में राष्ट्रीय पोर्टल में आ रही तकनीकी दिक्कतों की वजह से योजना का लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण मरीजों का आयुष्मान कार्ड बनने ,उनके भर्ती और अस्पताल से छुट्टी होने समेत सभी अस्पतालों की भुगतान की प्रक्रिया अनावश्यक विलंब हो रहा है।
डॉ.गुप्ता ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि नए बनाए जा रहे आयुष्मान कार्ड के एनरोलमेंट के समय उनका डाटा सेतु पोर्टल में अपलोड तो हो जाता है लेकिन पोर्टल की गति अत्यंत धीमी होने के कारण अप्रूवल नहीं मिल रहा है। इस दौरान पोर्टल पर उनका स्टेटस “पेंडिंग फॉर अप्रूवल” ही दर्शाता है। इस वजह से गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुँचने वाले मरीजों को इलाज में भारी परेशानी हो रही है। समय पर आयुष्मान कार्ड नहीं बनने की वजह से गंभीर और तुरंत इलाज चाहने वाले मरीजों को अपने पैसों से अस्पताल में इलाज करवाना पड़ रहा है।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री को अपने पत्र में बताया है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीयों से हुई चर्चा के अनुसार राष्ट्रीय पोर्टल में सरवर की गति बहुत ज्यादा धीमे होने के कारण ऐसा हो रहा है। आपसे निवेदन है कि व्यापक जनहित को देखते हुए इस विषय को तत्काल संज्ञान में लें और पोर्टल पर अप्रूवल मिलने के समय के दौरान कुछ वैकल्पिक व्यवस्था बनाएं जिससे मरीजों का इलाज प्रभावित नहीं हो।
उन्होंने अपने पत्र में एक दूसरे बिंदु में लिखा है कि पिछले 6 माह में ट्रांजैक्शन मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर की गति धीमी होने के कारण सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के भुगतान में दिक्कतें आ रहे हैं। सुदूर अंचलों के प्राइवेट अस्पतालों में कर्मचारियों और दवाइयों के भुगतान रोक दिए गए हैं, अस्पतालों के बंद होने की स्थिति आ रही है। डॉ गुप्ता ने इसे विषम परिस्थित बताते हुए राष्ट्रीय पोर्टल के सरवर में तत्काल सुधार करने का अनुरोध भी किया है।