छत्तीसगढ़ के कोरबा वन मंडल में हाथियों का उत्पात नहीं थम रहा है. लगातार हाथी घरों को तोड़ रहे है. शुक्रवार रात सरगुजा से आए दो हाथी वीरू और बसंती ने बासीनखार में तीन ग्रामीणों के घर को तोड़ दिया. घर में रखे अनाज को भी हाथी खा गए. हाथियों ने ईश्वर सिंह अगरिया और धान सिंह यादव के घर में शुक्रवार रात 9 बजे और शनिवार सुबह 3 बजे आक्रमण किया और घर में रखा चावल खा गए. हाथियों ने घर में रखा सामान और बाइक तोड़ दिया. हाथी ट्रैकिंग टीम को बासीनखार में हाथियों के मूवमेंट का पहले से ही आंदाजा था. गांव के सबसे बाहर और जंगल किनारे इन तीनों घरों को वनकर्मियों ने आधे घंटे पहले ही खाली करा दिया था. इसलिए इन मकानों में रह रहे लोगों की जान बच गई. दोनों हाथी ने मकान पूरा तहस नहस कर दिया. ऐसा देखा जा रहा है कि ये दोनों हाथी जंगल से लगे घर पर ही सबसे पहले घुसते है. अब वन विभाग ने संभावित गांव के उन घर वालों को सावधान कर सुरक्षित जगह जैसे पंचायत भवन रहने की सलाह दी है. इसके अलावा पूरे 39 हाथियों का दल कोरकोमा और राजगामार जंगल में विचरण कर रहा है. हाथियों के उत्पात को वन अमला रोकने में नाकाम साबित हो रहा है. ग्रामीण दहशत में रात गुजार रहे है.