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अव्यवस्था:एयू में नामांकन की ऐसी प्रक्रिया कि छात्रों का दो बार कट रहा पैसा, पर रसीद नहीं मिल रही

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अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी की नामांकन प्रक्रिया चल रही है। यूनिवर्सिटी नामांकन प्रदेश में सभी यूनिवर्सिटी से पीछे शुरू की है। इस प्रक्रिया के लिए भी एयू ने कंपनी बदल दी है। पहले एमआईसीएस कार्य कर रहा था। उसका टेंडर के मुताबिक समय सीमा खत्म हो गया। इसकी जानकारी यूनिवर्सिटी को थी, पर एयू ने टेंडर नहीं किया। सीधे आईयूएमएस के साथ एमओयू करके पिछली कंपनी से ज्यादा रेट में काम दे दिया। जबकि पैसे के मामले में टेंडर होता है। इस प्रक्रिया का तो पालन नहीं हुआ, पर नामांकन प्रक्रिया से छात्र परेशान हैं।

22 नवंबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई है। लगभग 35 हजार छात्रों को नामांकन करना है। छात्र पहले नामांकन करने के लिए यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर जाते हैं तो उन्हें अपना पंजीयन करना पड़ता है। पंजीयन व फार्म भरने की प्रक्रिया में ओटीपी आना है, पर इसका इंतजार छात्र करते रह जा रहे थे। इससे पहले छात्र परेशान हुए। इसके बाद छात्रों ने इसकी शिकायत की, तो आईयूएमएस ने ओटीपी की प्रक्रिया ही खत्म कर दी है। एक समस्या का समाधान हुआ तो अब छात्रों का दो बार पेमेंट हो जा रहा है। जो वापस भी नहीं हो रहा है।

इसके अलावा छात्रों के पेमेंट की रसीद भी नहीं निकल रही है। इसके कारण छात्र कैफे पर अपना फार्म भरवाने के बाद लाइन लगाकर रसीद का इंतजार कर रहे हैं। कई छात्रों को दूसरे दिन रसीद लेने जाना पड़ रहा है। फार्म के प्रिंट आउट में भी परेशानी आ रही है। बहुत ही धीरे प्रोसेस हो रहा है। इसके कारण छात्रों से कैफे में फार्म भरने के लिए 50 की जगह 80 रुपए अधिक लिए जा रहे हैं। इससे छात्र परेशान हैं। दो दिन में 114 से ज्यादा छात्रों की शिकायत आ चुकी है।

अर्जेंट माइग्रेशन में भी लगी बाध्यता
पूर्व की कंपनी छात्रों का ऑनलाइन माइग्रेशन और प्रोविजनल डिग्री भी जारी करती थी। इसके लिए छात्रों काे यूनिवर्सिटी आने की जरूरत नहीं होती थी। अब छात्रों को माइग्रेशन लेने यूनिवर्सिटी का चक्कर लगाना पड़ रहा है। इसके बाद अब एक नया नियम यूनिवर्सिटी निकाली है कि छात्र और ज्यादा परेशान हो रहे हैं। यूनिवर्सिटी ने कहा है कि अर्जेंट माइग्रेशन 3 बजे के बाद नहीं दिया जाएगा। इसके कारण जो छात्र बाहर से आ रहे हैं, वे परेशान हो रहा हैं।

बैंक ने कहा- हमारी गलती नहीं
अटल यूनिवर्सिटी के पीआरओ हर्ष पाण्डेय ने पत्र भेजकर कहा था कि पहले दिन नामांकन शुरू नहीं होने का कारण आईसीआईसीआई बैंक था। जबकि यूनिवर्सिटी में कार्य करने वाले बैंक के कर्मचारियों ने पीआरओ पाण्डेय के समाने ही बताया कि बैंक की नहीं यूनिवर्सिटी की गलती थी। वो खाता खुलने के बाद प्रक्रिया के लिए समय ही नहीं दिए। पहले से ऐसी जानकारी नहीं थी। तत्काल शुरू करने में दिक्कतें हुई।

ऑनलाइन मार्कशीट नहीं मिल रही
अटल यूनिवर्सिटी के प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष में जो छात्र सत्र 2021-22 में पास हुए हैं। इन छात्रों का ऑनलाइन रिजल्ट पुरानी कंपनी एमआईसीएस जारी की थी। कपंनी का टेंडर खत्म होने के बाद वह बंद हो गया है। ऐसे में जो छात्र अपनी मार्कशीट की कॉपी ऑनलाइन लेना चाह रहे हैं, उन्हें वो भी नहीं मिल रहा है। क्योंकि कई छात्रों को अभी मार्कशीट नहीं मिली है। सीएमडी कॉलेज के कुछ विभागों की मार्कशीट अभी यूनिवर्सिटी से नहीं भेजी गई है।