जिले के सभी ब्लॉक के राशन दुकानों में पीओएस मशीन लगाने का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा सभी मशीन में हितग्राहियों का रिकॉर्ड भी राशन दुकानवार अपलोड किया जा चुका है यानी किस हितग्राही को किस माह किस कार्ड के अनुसार कितना चावल दिया जाना है। यह सब रिकॉर्ड ऑनलाइन रहेगा। दरअसल खाद्यान्न वितरण के दौरान अब हितग्राहियों के कार्ड अनुसार मशीन में ऑनलाइन एंट्री की जा रही है। किस हितग्राही को कितना चावल मिलेगा, यह पीओएस मशीन में ऑटोमेटिक दर्शा रहा है। जिसके हिसाब से राशन दुकान के संचालक हितग्राहियों को चावल वितरण कर रहे है।
बताया जा रहा है कि शासन की ओर से तीन माह तक फ्री में चावल वितरण करने का आदेश मिला है। ऐसे में जिले के अंत्योदय श्रेणी के 29 हजार 248, निराश्रित 890, अन्नपूर्णा 177, प्राथमिकता एक लाख 30 हजार 727 व निशक्तजन श्रेणी के 826, कुल एक लाख 61 हजार 868 राशनकार्डधारी परिवारों को दिसंबर तक फ्री में चावल मिलेगा।
कोरोनाकाल के बाद से बीपीएल वालों को अतिरिक्त चावल
कोरोनाकाल के बाद से अब तक अधिकांश माह फ्री में शासन की ओर से हितग्राहियों को चावल उपलब्ध कराया जा रहा है। बीपीएल परिवार को कार्ड अनुसार अतिरिक्त चावल भी दिया जा रहा है। शासन की ओर से घोषणा अनुसार जिले के राशन दुकानों में भी खाद्यान्न वितरण को लेकर आवंटन, भंडारण का दौर जारी है। हर माह कोटा अनुसार चावल ले जाना है या एकमुश्त भी ले जाते हैं। इस संबंध में अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं है। राशन दुकान संचालकों का कहना है कि इस संबंध में खाद्य विभाग की ओर से जानकारी नहीं दी गई है। आवंटन अनुसार खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है।
बीपीएल परिवार को चना भी बांटे थे, इस बार सिर्फ चावल
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद ने बताया कि पात्र राशन कार्ड धारकों को चावल निशुल्क दिया जा रहा है। बालोद जिला सहित प्रदेशभर के अन्य जिले के लाखों परिवारों को लाभ मिल रहा है। कोरोना काल के बाद प्रति राशनकार्ड अनुसार उपलब्धता अनुसार चना निशुल्क देने का निर्णय शासन की ओर से लिया गया था। हालांकि वर्तमान में सिर्फ चावल वितरण करने ही निर्देश दिए गए है। निशक्तजन, एकल निराश्रित एवं अन्नपूर्णा श्रेणी के राशनकार्डों में चावल के नियमित मासिक आवंटन का निशुल्क वितरण किया जाएगा।
वहीं सामान्य राशन कार्डों में पहले से तय मात्रा एवं निर्धारित मूल्य अनुसार चावल वितरण किया जाएगा। राशनकार्डधारी परिवार पात्रता अनुसार चावल का उठाव एकमुश्त या सुविधानुसार कर सकते है। लेकिन संचालकों का कहना है कि अधिकांश हर माह चावल ले जाने पहुंच रहे हैं।
एपीएल को छोड़ सभी परिवार को फ्री चावल
शासन की ओर से जिले के अफसरों को पात्रता व राशनकार्ड अनुसार हितग्राहियों को चावल वितरित करने निर्देश दिए गए हैं। डिमांड अनुसार आवंटन, भंडारण के बाद राशन दुकानों से हितग्राहियों को चावल वितरित किया जा रहा है। एपीएल को छोड़ बाकी परिवारों को फ्री में चावल मिल रहा है।
जिस चावल को बीपीएल परिवार वाले को शासन फ्री में बांट रही है, उसी को प्रति किलो 10 रुपए की दर से एपीएल वर्ग के हितग्राही खरीद रहे हैं। कोरोना काल जब 2020 में शुरु हुआ था तब भी जुलाई से नवंबर तक बीपीएल हितग्राहियों को फ्री में चावल बांटा गया था। इसके बाद से अधिकांश माह फ्री में चावल बांटने का सिलसिला जारी है।