- शासकीय बजट कैसे बनता है कैसे किसी संस्थान में वित्तीय समावेश किया जाता है
छत्तीसगढ़ के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पहली बार ऐसा होगा जब इंफ्रास्ट्रक्चर का काम करने वाले इंजीनियर पहली बार फायनेंस की भी पढ़ाई करेंगे। अभी तक निर्माण की पढ़ाई करने वाले वित्त की पढ़ाई कर बताएंगे कि किसी भी संस्थान या आम लोगों की आर्थिक स्थिति को किसी तरह से सुधारा जा सकता है। इंजीनियरिंग कॉलेजों में इस नई पढ़ाई को शामिल करने के लिए ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल काउंसिल (एआईसीटीई) की ओर से छत्तीसगढ़ तकनीकी विश्वविद्यालय की ओर से एक चिट्ठी भी लिखी गई है।
इसमें बताया गया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत यह सिलेबस बनाया गया है। इस नीति के तहत ही इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम में वित्त का भी एक विषय शामिल किया जा रहा है। इसकी पढ़ाई की व्यवस्था तकनीकी विवि के निर्देश पर इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्रबंधन करेंगे। इंजीनियरिंग के छात्र फायनेंस की पढ़ाई करने के बाद राज्य सरकार के बजट में भी जरूरी सुझाव देंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के इस प्रयोग के बाद इंजीनियरिंग के छात्र राज्य के या किसी शासकीय संस्थान के बजट को बेहतर बनाने प्रोजेक्ट तैयार करेंगे। इस प्रोजेक्ट में यह भी बताया जाएगा कि खर्चों को कम कैसे किया जाए। शासकीय बजट कैसे बनता है कैसे किसी संस्थान में वित्तीय समावेश किया जाता है।